आगरा : आगरा विवि, सिर्फ नौकरी नहीं, इस काम में भी लगाईं फर्जी मार्कशीट
ब्यूरो/अमर उजाला आगरा । डा. बीआर अंबेडकर यूनिवर्सिटी की सिर्फ बीएड की फर्जी मार्कशीट नहीं बनवाई गई। न ही मार्कशीट बनवाने का मकसद सिर्फ नौकरी पाना रहा। ऐसे मामले सामने आ चुके हैं जिनमें शादी कराने के लिए भी फर्जी मार्कशीट का सहारा लिया गया। बीए, एमए, बीटेक और एमटेक की मार्कशीट फर्जी मिली।
फर्क यह रहा कि नौकरी के लिए बनवाई गई मार्कशीट का फर्जीवाड़े के जरिए विवि. में ब्योरा दर्ज कराया गया। विवि. कर्मचारियों ने इन्हें गोपनीय चार्ट में दर्ज कर लिया। शादी के लिए बनवाई गई मार्कशीट सिर्फ खरीदी गई, उनका ब्योरा दर्ज नहीं कराया गया। इसका खुलासा 2012-13 में हुआ था।
शहर के तीन कॉलेजों के नाम की 17 मार्कशीट विवि. में सत्यापन के लिए आई थी। ये बागपत, गाजियाबाद, शामली के लोगों की थीं। इन्हें प्राइवेट कंपनी की ओर से सत्यापन के लिए भेजा गया था। विवि. ने इनके फर्जी होने की रिपोर्ट दी।
2015 में जब विवि. के बीएड फर्जी मार्कशीट प्रकरण की जांच पुलिस को दी गई, तो तत्कालीन डीआईजी लक्ष्मी सिंह के नेतृत्व में बनी एसआईटी ने इस मामले की भी जांच की।
इसमें पता चला था कि ये मार्कशीट शादी के लिए युवकों ने खरादी थीं। इन्हें आगरा के ही एक गिरोह ने बेचा था। बाद में उन युवकों ने इन मार्कशीट की मदद से प्राइवेट नौकरी हासिल कर ली।