बदायूं : डीएम के निरीक्षण में खुली परिषदीय विद्यालयों की पोल
बदायूं : परिषदीय विद्यालयों में बच्चों की कम उपस्थिति की पोल जिलाधिकारी के निरीक्षण के दौरान खुल गई। शहर के चार विद्यालयों में पंजीकृत 302 बच्चों के सापेक्ष मात्र 106 बच्चे ही उपस्थित मिले। जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान के परिषदीय विद्यालयों की स्थिति बदतर मिली। नगर क्षेत्र के सभी विद्यालयों की रंगाई-पुताई कराकर मॉडर्न बनाने का निर्देश दिया गया है।
पुलिस लाइंस स्थित प्राथमिक विद्यालय में स्वच्छता का पाठ पढ़ाते हुए दिनचर्या व सफाई से संबंधित सवाल पूछे। बच्चों को स्वच्छता बरतने, शौचालय की सफाई, घर के बड़ों के पैर छूने जैसी दैनिक क्रियाओं के बारे में जानकारी की। यही नहीं, एक छात्र के घर पर फोन करके पैर छूने की सत्यता का परखा। उसकी मां ने बताया कि बच्चा रोज उनके अलावा मकान मालिक के पैर भी छूता है। डीएम ने बच्चों को शाबाशी दी और इसी प्रकार नैतिक कार्य करने को कहा। विद्यालय में पंजीकृत 101 बच्चों में मात्र 34 बच्चे ही उपस्थित मिले। डायट के उच्च प्राथमिक विद्यालय में 25 बच्चों के सापेक्ष 10 बच्चे, यहीं के प्राथमिक विद्यालय में पंजीकृत 68 बच्चों में मात्र 13 बच्चे और पटियाली सराय के प्राथमिक विद्यालय में पंजीकृत 108 बच्चों के सापेक्ष 49 बच्चे उपस्थित मिले। बीएसए को हर विद्यालय के सूचना पट पर शिक्षक-शिक्षिका व विद्यार्थियों की रोज उपस्थिति दर्ज करने का निर्देश दिया है। जिससे वहां आने वाले व्यक्ति को एक नजर में ही पूरी जानकारी मिले। स्टॉफ पांच-पांच बच्चों के घर जाकर उनकी दैनिक क्रिया, शिक्षण कार्य, साफ-सफाई, शौचालय व मुहल्ले की सफाई के बारे में जानकारी कर डीएम को अवगत कराने का निर्देश दिया है। कम रोशनी पर नाराजगी जाहिर करते हुए सुधार करने को कहा है। विद्यालय को धनराशि देने के बाद भी निर्माण अधूरा मिलने पर जांच कराकर अवगत कराने को कहा है। सर्द मौसम की वजह से सभी बच्चों को स्वेटर पहनकर आने को कहा गया। बीएसए प्रेमचंद यादव भी उपस्थित रहे।
बदायूं : परिषदीय विद्यालयों में बच्चों की कम उपस्थिति की पोल जिलाधिकारी के निरीक्षण के दौरान खुल गई। शहर के चार विद्यालयों में पंजीकृत 302 बच्चों के सापेक्ष मात्र 106 बच्चे ही उपस्थित मिले। जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान के परिषदीय विद्यालयों की स्थिति बदतर मिली। नगर क्षेत्र के सभी विद्यालयों की रंगाई-पुताई कराकर मॉडर्न बनाने का निर्देश दिया गया है।
पुलिस लाइंस स्थित प्राथमिक विद्यालय में स्वच्छता का पाठ पढ़ाते हुए दिनचर्या व सफाई से संबंधित सवाल पूछे। बच्चों को स्वच्छता बरतने, शौचालय की सफाई, घर के बड़ों के पैर छूने जैसी दैनिक क्रियाओं के बारे में जानकारी की। यही नहीं, एक छात्र के घर पर फोन करके पैर छूने की सत्यता का परखा। उसकी मां ने बताया कि बच्चा रोज उनके अलावा मकान मालिक के पैर भी छूता है। डीएम ने बच्चों को शाबाशी दी और इसी प्रकार नैतिक कार्य करने को कहा। विद्यालय में पंजीकृत 101 बच्चों में मात्र 34 बच्चे ही उपस्थित मिले। डायट के उच्च प्राथमिक विद्यालय में 25 बच्चों के सापेक्ष 10 बच्चे, यहीं के प्राथमिक विद्यालय में पंजीकृत 68 बच्चों में मात्र 13 बच्चे और पटियाली सराय के प्राथमिक विद्यालय में पंजीकृत 108 बच्चों के सापेक्ष 49 बच्चे उपस्थित मिले। बीएसए को हर विद्यालय के सूचना पट पर शिक्षक-शिक्षिका व विद्यार्थियों की रोज उपस्थिति दर्ज करने का निर्देश दिया है। जिससे वहां आने वाले व्यक्ति को एक नजर में ही पूरी जानकारी मिले। स्टॉफ पांच-पांच बच्चों के घर जाकर उनकी दैनिक क्रिया, शिक्षण कार्य, साफ-सफाई, शौचालय व मुहल्ले की सफाई के बारे में जानकारी कर डीएम को अवगत कराने का निर्देश दिया है। कम रोशनी पर नाराजगी जाहिर करते हुए सुधार करने को कहा है। विद्यालय को धनराशि देने के बाद भी निर्माण अधूरा मिलने पर जांच कराकर अवगत कराने को कहा है। सर्द मौसम की वजह से सभी बच्चों को स्वेटर पहनकर आने को कहा गया। बीएसए प्रेमचंद यादव भी उपस्थित रहे।