फर्रूखाबाद : नेशनल अचीवमेंट सर्वे से खुलेगी शैक्षिक स्तर की पोल
जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : केंद्र सरकार सर्व शिक्षा अभियान पर भारी धनराशि खर्च कर रही है। खर्च का काफी हिस्सा शिक्षकों के वेतन पर जा रहा है। खर्च धनराशि के सापेक्ष छात्रों के ज्ञान प्राप्ति की जमीनी हकीकत क्या है। शैक्षिक स्तर का हाल जानने के लिए मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने 13 नवंबर को नेशनल अचीवमेंट सर्वे कराने का निर्णय लिया है। इसके लिए जिले के 90 विद्यालयों का चयन किया गया है। परीक्षा की निगरानी को पर्यवेक्षकों की भी तैनाती की गई है।
सर्वे के लिए कक्षा तीन, पांच व आठ के प्रश्नपत्र का नमूना भी आया है। कक्षा आठ के प्रश्नपत्र में चार विषय होंगे। प्रत्येक विषय में 15 प्रश्न रहेंगे। इसमें भाषा, गणित, विज्ञान व सामाजिक विज्ञान के प्रश्न शामिल होंगे। 120 मिनट में 60 प्रश्नों का उत्तर देना होगा। प्रश्न बहुविकल्पीय होंगे। गणना कार्य के लिए प्रश्न पुस्तिका में ही स्थान रहेगा। ओएमआर सीट पर छात्र से संबंधित विवरण शिक्षक द्वारा भरा जाएगा। उच्च अधिकारियों द्वारा भेजे गए निर्देश में कहा गया है कि यह परीक्षा किसी शिक्षक या शिक्षण की गुणवत्ता का आंकलन नहीं करता, वरन विद्यार्थी की जानकारी, समझ जानने के लिए परीक्षण तैयार किया गया है। जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान रजलामई के प्राचार्य विजयपाल ¨सह ने बताया कि ब्लाकवार खंड शिक्षा अधिकारियों को पर्यवेक्षक नियुक्त किया गया है। डायट के शिक्षक भी परीक्षा के दिन संबंधित विद्यालयों में पर्यवेक्षण करेंगे। जनपदीय अनुश्रवण इकाई का भी गठन किया गया है।
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