गोरखपुर : रोज विद्यालय आने वाली बेटियों का होगा सम्मान, अभिभावकों के साथ बैठक कर बताएंगे शिक्षा की महत्ता, विद्यालय न आने वाली छात्राओं पर भी रखी जाएगी नजर
गोरखपुर : बालिकाओं को शिक्षित करने के लिए सरकार उन्हें तरह-तरह से प्रोत्साहित कर रही है। इसी तरह की एक नई व्यवस्था के तहत जो छात्राएं रोज विद्यालय आएंगी, उन्हें सार्वजनिक रूप से सम्मानित करने के साथ ही उनके घर जाकर उनके माता-पिता का भी सम्मान किया जाएगा। सर्व शिक्षा अभियान के राज्य परियोजना निदेशक की ओर से इस आशय का निर्देश सभी जिला बेसिक शिक्षा अधिकारियों को जारी किया गया है।
स्कूल प्रबंध समिति (एसएमसी) के सदस्यों को उन छात्राओं पर नजर रखनी होगी, जो रोज विद्यालय आती हैं। इन छात्राओं को प्रोत्साहित करने के लिए प्रार्थना सभा में उनके नाम पढ़कर अन्य बच्चों से ताली बजवायी जाएगी। विद्यालय के बच्चे शिक्षकों के साथ रैली निकालकर गाजे-बाजे के साथ इन छात्राओं के घर जाएंगे और उनके माता-पिता को सम्मानित करेंगे। विभाग का मानना है कि इससे प्रेरित होकर अन्य अभिभावक भी अपनी बेटियों को विद्यालय भेजेंगे।
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अलग से पूछी जाएगी समस्या
एसएमसी की महिला एवं मां समूह के सदस्य समय-समय पर विद्यालय का भ्रमण करेंगे और बालिकाओं के साथ अलग से चर्चा कर उनकी समस्याओं के बारे में पूछेंगे। इस बात का भी ध्यान रखा जाएगा कि विद्यालय आते-जाते छात्राओं के साथ रास्ते में किसी प्रकार की छेड़छाड़ व दुर्व्यवहार तो नहीं हो रहा है।
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विद्यालय न आने वाली छात्राओं पर भी रखी जाएगी नजर
जो छात्राएं विद्यालय नहीं आ रहीं, उन पर भी विद्यालय समिति को नजर रखनी होगी। उनके विद्यालय न आने के कारणों का पता लगाया जाएगा और यह भी जानने की कोशिश होगी कि वह किसी शोषण का शिकार तो नहीं है।
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अभिभावकों के साथ बैठक कर बताएंगे शिक्षा की महत्ता
विद्यालय प्रबंध समिति के सदस्यों को अभिभावकों के साथ बैठककर यह समझाना होगा कि बेटियों की शिक्षा कितनी जरूरी है। उन्हें बच्चों को लगातार स्कूल भेजने के लिए प्रेरित भी किया जाएगा। बालिकाओं को अगली कक्षा में भेजने के लिए भी अभिभावकों को प्रेरित करना होगा।