रायबरेली : शासन की ओर से अक्टूबर माह का मानदेय रोके जाने से आंगनबाड़ी कार्यकर्ता खफा
रायबरेली : शासन की ओर से अक्टूबर माह का मानदेय रोके जाने से आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिका बेहद खफा हैं। कार्यकर्ताओं ने शनिवार को विकास भवन में एकत्र होकर प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। साथ ही चेतावनी दी कि मांगें पूरी होने के बाद ही आंदोलन थमेगा। अधिकारियों का कोई भी हथकंडा काम नहीं आएगा।
महिला आंगनबाड़ी कर्मचारी संघ की ओर से 22 अक्टूबर से लगातार विकास भवन में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का धरना-प्रदर्शन चल रहा है। इस दौरान जिले के सभी आंगनबाड़ी केंद्रों में ताला लटका हुआ है। वहीं, बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग की योजनाएं ठप पड़ी हैं। काफी प्रयास के बाद भी धरना समाप्त नहीं हुआ। इस पर शासन की ओर से जिले की सभी 5666 आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं का मानदेय रोक दिया गया है। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता रोशन आरा का कहना है कि सरकार दबाव बना रही है। 35 साल से योजना का हिस्सा है। उपेक्षा के चलते कुपोषण दूर नहीं हो पा रहा है।
विमला वाजपेयी ने कहा कि हर मौसम में हम लोग सरकार की योजना को सफल बनाने को लिए कठिन परिश्रम करते हैं। इसके बावजूद सरकार उपेक्षा कर रही है। इस अवसर पर स्नेहलता, लीना पांडेय, सीता ¨सह, राकेश शुक्ला, बीना ¨सह, शर्मिला, गायत्री, वर्षा ¨सह, माधुरी, पाकीजा, रामरती, कृष्ण कुमारी आदि मौजूद रहीं।