एटा : जनपद में अभी भी फर्जी बीएड डिग्रीधारियों की जांच पूरी नहीं हो सकी, फर्जी बीएड डिग्रियों पर शासन गंभीर
जागरण संवाददाता, एटा: जनपद में अभी भी फर्जी बीएड डिग्रीधारियों की जांच पूरी नहीं हो सकी है। उधर मामले को लेकर शासन ने गंभीरता दिखाते हुए 27 नवंबर तक जांच पूरी करने के निर्देश दिए हैं। हालांकि विभाग द्वारा अब तक चिह्नित फर्जी डिग्रीधारियों को नोटिस भी जारी कर दिए हैं, लेकिन संबंधित सूची सामने आने को लेकर महकमे की ही नहीं, बल्कि तमाम लोगों की नजरें टिकी हुईं हैं, उधर कुछ फर्जी डिग्रीधारियों के संबंध में विभाग को शिकायतें मिलना बताया जा रहा है।
डॉ. भीमराव अंबेडकर विवि आगरा में वर्ष 2004-05 की बीएड डिग्रियों में हुए फर्जीवाड़े की जांच पिछले तीन सप्ताह से प्राप्त कराई गई सीडी के आधार पर बेसिक शिक्षा विभाग के जिम्मेदार कर रहे हैं। जनपद में अब तक हुई 800 से ज्यादा फर्जी डिग्रियों की जांच हो चुकी है, जिन्हें विभाग ने अपने स्पष्टीकरण साक्ष्य सहित देने के लिए नोटिस दिए हैं। अभी भी दर्जनभर से ज्यादा मामलों की स्क्री¨नग और सीडी में शेष रहे डिग्रीधारियों की जांच जारी है। हालांकि शासन ने पहले 15 नवंबर तक जांच पूरी कर रिपोर्ट देने के निर्देश दिए थे। जनपद में इसी के अनुरूप चिह्नित 92 शिक्षकों की सूची भेज दी गई, लेकिन अभी भी मामला अनंतिम स्थिति में बना हुआ है। विभाग ने पहले शासन से मिली सीडी के आधार पर जांच की, जिसमें समस्याओं के चलते संबंधित समय के डिग्रीधारियों की बीएड अंकतालिकाओं का ब्योरा ब्लॉक कार्यालयों से जुटाया।
पिछले एक सप्ताह से जांच कर सूची फाइनल होने का दावा विभाग कर रहा है, लेकिन सीडी में डिग्रीधारियों की संख्या अधिक होने के कारण चिह्नाकन पूरा नहीं हो पा रहा है। अब तक फर्जी डिग्रीधारियों की सूची सार्वजनिक न होने को लेकर महकमे में ही नहीं, बल्कि अन्य लोगों की जिज्ञासाएं बढ़ने लगी हैं। यहां तक कि विभाग पर सूची को छिपाने के आरोप भी लग रहे हैं। यह तो तय है कि फर्जी डिग्रीधारियों में कुछ नाम खास हो सकते हैं। अब सचिव बेसिक शिक्षा के निर्देशानुसार जांच पूरी करने को सिर्फ दो दिन शेष हैं। इतने समय में जांच पूरी करना अब विभाग को भी चुनौती बन गया है। बीएसए एसके तिवारी का कहना है कि फर्जी डिग्रीधारियों की संख्या ज्यादा है। इसलिए पूरी सावधानी के साथ जांच कराई जा रही है।
तीन और चिह्नितों ने दिया जवाब
हालांकि नोटिस जारी हुए सप्ताह गुजरने को है, लेकिन जवाब और आपत्ति देने को संबंधित डिग्रीधारियों की रफ्तार काफी धीमी है। शनिवार को विभाग के समक्ष तीन और चिह्नित फर्जी डिग्रीधारियों ने जवाब दिया, जिसके बाद यह संख्या अब 22 हो चुकी है।
खुद फंसे तो खोल रहे पोल
जैसे-जैसे फर्जी डिग्रियों के मामले में फंसने वालों को नोटिस जारी हुए हैं, उसके बाद खुद फंस चुके कई शिक्षक गोपनीय तरीके से विभाग के समक्ष कुछ औरों की भी शिकायतें कर रहे हैं। जिन्होंने उसी तरीके से मार्कशीट पाकर नौकरियां पाई हैं। अलीगंज ब्लॉक में आधा दर्जन मामले इस तरह के बताए जा रहे हैं।