गोण्डा : फर्जी डिग्री से शिक्षक बने नौ लोगों का खुलासा, चार का हुआ ट्रांसफर, एसआईटी कर रही है पूरे मामले की जांच, बीएसए ने भेजी रिपोर्ट
🌕 फर्जी डिग्री से हथियायी नौकरी, अब होगी कार्रवाई धांधली उजागर
🔵 दो पहले ही हो चुके हैं बर्खास्त, छह की जाएगी नौकरी
🔴 एसआईटी कर रही है पूरे मामले की जांच, बीएसए ने भेजी रिपोर्ट
गोण्डा। फर्जी डिग्री के बूते नौकरी हथियाने वाले नौ और शिक्षकों का नाम सामने आया है। इसमें दो शिक्षकों को पहले ही बर्खास्त किया जा चुका है। चार शिक्षक अंतरजनपदीय तबादले के तहत गैर जिले स्थानांतरित हो चुके हैं। तीन शिक्षक जिले के स्कूलों में कार्यरत हैं।
शासन के आदेश पर कराई गई जांच में इसका खुलासा गुरुवार को हुआ। बीएसए संतोष देव पाण्डेय ने बताया कि पूरी रिपोर्ट शासन को भेजी गई है। प्रदेश स्तर पर मामले की जांच एसआईटी कर रही है।
डॉ. भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय आगरा के बीएड सत्र 2004-05 की बीएड परिणामों के आधार पर नियुक्त हुए सहायक अध्यापकों की जांच शासन के आदेश पर शुरू हुई। इस सत्र में बड़े पैमाने पर फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ था। जांच में नौ शिक्षकों की नियुक्तियां फर्जीवाड़े के दायरे में आई हैं। इसमें मनकापुर के प्राइमरी स्कूल कोलुहा बनकट में सहायक अध्यापक पद पर तैनात ज्ञानेन्द्र कुमार, छपिया के प्राइमरी स्कूल पायरखास द्वितीय में तैनात रंजीत सिंह, मनकापुर के प्राइमरी स्कूल सोहरिया में तैनात सुजीत कुमार मौर्या का नाम प्रकाश में आया है। इसके अलावा दो शिक्षकों अशोक कुमार व जितेन्द्र कुमार की सेवाएं पूर्व में समाप्त की जा चुकी हैं।
फर्जी डिग्री के बूते नियुक्ति पाए चार शिक्षक गैर जिला जा चुके हैं। जिनमें विशिष्ट बीटीसी 2007-08 से नियुक्त रेनू कटियार, रंजना अवस्थी, अंजू कुमार व शैल कुमारी देवी दूसरे जनपदों में यहां से स्थानांतरित हो गई हैं। उन जनपदों की जानकारी विभाग कर रहा है।