मुरादाबाद : शिक्षा की बेहतरी को माध्यमिक स्कूल बनेंगे आदर्श, आदर्श विद्यालय में तब्दीली के इस क्रम में विद्यालय की शिक्षा के स्तर के साथ ही मूलभूत आवश्यकताओं को भी ध्यान में रखा जाएगा
हिन्दुस्तान टीम, मुरादाबाद । शिक्षा के लगातार गिरते स्तर को लेकर प्रशासन गंभीर है। माध्यमिक स्तर के स्कूलों में तमाम मूलभूत आवश्यकताओं की पूर्ति के साथ ही शिक्षा की बेहतरी के लिए प्रयास शुरू होंगे। इसके लिए बाकायदा पूरा खाका तैयार हो चुका है। मंडलायुक्त के निर्देश पर पहले चरण में ब्लॉक स्तर पर माध्यमिक स्कूलों का चयन शुरू हो चुका है।
प्रत्येक विकास खंड में होगा चिह्निकरण
पहले ही संचालित माध्यमिक के इन विद्यालयों में शिक्षा की बेहतरी के लिए धरातल पर संपूर्ण प्रयास किए जाएंगे। संयुक्त शिक्षा निदेशक डॉ. महेंद्र सिंह ने बताया कि मंडलायुक्त के निर्देश पर शिक्षा की बेहतरी के प्रयास शुरू किए जा रहे हैं। पहले चरण में माध्यमिक स्कूलों में मंडल स्तर पर योजना को लागू किया जाएगा। इसके लिए मंडल के प्रत्येक विकास खंड में पूर्व में संचालित माध्यमिक विद्यालयों को आदर्श व श्रेष्ठ विद्यालय में तब्दील करने के लिए कार्य किए जाएंगे। आदर्श विद्यालय में तब्दीली के इस क्रम में विद्यालय की शिक्षा के स्तर के साथ ही मूलभूत आवश्यकताओं को भी ध्यान में रखा जाएगा।
प्रैक्टिकल लैब संग शुरू होंगी लाइब्रेरी
प्रैक्टिकल लैब के साथ ही लाइब्रेरी आदि की स्थापना भी इसमें शामिल किए गए हैं। इसके लिए विद्यालयों को चिह्नित करने का कार्य शुरू हो चुका है। सबसे पहले हर ब्लॉक से एक विद्यालय को चिह्नित किया जाएगा। इसके बाद शिक्षा की गुणवत्ता और विद्यालय के सुंदरीकरण की दिशा में कार्य किया जाएगा।
शिक्षकों की कमी होगी दूर
आदर्श विद्यालयों की संकल्पना में शिक्षा के मूलभूत आधार यानी शिक्षकों की कमी को पूरा करना सबसे अहम काम होगा। इसके लिए रिटायर हो चुके शिक्षकों को पुर्ननियुक्ति पर भी विचार किया जाएगा। विद्यालयों में शिक्षकों की कमी के चलते पढ़ाई प्रभावित न हो, ऐसे में रिटायर शिक्षकों को फिर से शिक्षण का अवसर प्रदान किया जा सकता है।
आदर्श विद्यालयों के संचालन के संबंध में निर्देश जारी कर दिए गए हैं। विद्यालयों के चिह्निकरण के बाद आगे की प्रक्रिया को जल्द ही शुरू कर दिया जाएगा। शिक्षा की गुणवत्ता में यह एक बड़ा व सार्थक कदम साबित होगा।
- डॉ. महेंद्र सिंह, संयुक्त शिक्षा निदेशक