गोरखपुर : डायट में दी गई लर्निंग आउटकम्स की जानकारी, क्या होता लर्निग आउटकम ये भी जानें
गोरखपुर । डायट के प्रेमचंद सभागार में शनिवार को आयोजित उन्मुखीकरण कार्यक्रम में शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने प्रतिभागियों को लर्निग आउटकम्स की जानकारी दी।डायट के प्राचार्य व डीआईओएस ज्ञानेंद्र प्रताप सिंह भदौरिया, वरिष्ठ प्रवक्ता जयप्रकाश सिंह, बीएसए रामसागर पति त्रिपाठी ने कार्यक्रम में उपस्थित सभी खंड शिक्षा अधिकारियों व सह समन्वयकों को लर्निंग आउटकम के बारे में जानकारी दी।
क्या है लर्निग आउटकम: राष्ट्रीय स्तर पर एनसीईआरटी नई दिल्ली द्वारा कक्षा एक से आठ तक अध्ययनरत छात्र-छात्रओं के लिए सीखने के प्रतिफल (लर्निग आउटकम) विकसित किए गए हैं। इसी के आधार पर यह पता लगाया जा रहा है कि बच्चों ने स्कूल में कितना सीखा। बच्चों के लिए कुछ मानक बनाए गए हैं, जिनके आधार पर उनकी जानकारी का पता लगाया जाएगा। कार्यशाला में प्रतिभागियों को बच्चों के लर्निंग आउटकम्स के विषय में विस्तार से जानकारी दी गई। इस जानकारी के आधार पर बच्चे की पढ़ाई का स्तर पता लगाया जा सकता है।
कार्यशाला में कक्षा एक से आठ तक की पाठ्य पुस्तकों को दिखाकर प्रतिभागियों को बताया गया कि प्रत्येक कक्षा के प्रत्येक विषय में भी सीखने के संकेत दिए गए हैं। संचालन वरिष्ठ प्रवक्ता जयप्रकाश सिंह ने किया। इस अवसर पर डायट के प्रवक्ता डा. पवन कुमार मिश्र, जयप्रकाश ओझा व रमेश चंद्र पटेल शामिल रहे।