इलाहाबाद : UP BOARD परीक्षा केंद्रों की डिबार सूची पर आज होगा मंथन: जिलों में फीडिंग का काम पूरा, जांच शुरू
राज्य ब्यूरो, इलाहाबाद : यूपी बोर्ड प्रशासन परीक्षा केंद्रों को तय करने की दिशा में बढ़ चला है। पिछले वर्ष की परीक्षा में जिन केंद्रों पर सामूहिक नकल व अन्य गड़बड़ियां हुईं, उन्हें केंद्र बनाया जाए या नहीं इस पर मंथन करने के लिए मुख्यालय पर शुक्रवार को बैठक होगी। डिबार परीक्षा केंद्रों की सूची शासन को भेजकर उस पर अनुमोदन लिया जाएगा और फिर अंतिम रूप से डिबार यानी परीक्षा केंद्र न बनने वालों की सूची जारी होगी। इसी के बाद केंद्र निर्धारण की प्रक्रिया पूरी होगी। माध्यमिक शिक्षा परिषद यानी यूपी बोर्ड में परीक्षा केंद्रों का निर्धारण डिबार केंद्रों की सूची के बगैर पूरा नहीं होता है। एक विद्यालय डिबार होने पर तीन साल तक लगातार परीक्षा केंद्र नहीं बन पाता है। ऐसे में पिछले दो वर्ष से जो विद्यालय डिबार रहे हैं, वह इस वर्ष भी परीक्षा केंद्र नहीं बन सकेंगे। वहीं, बीते वर्ष की परीक्षा की नए सिरे से स्क्रीनिंग होगी। जिन केंद्रों पर सामूहिक नकल व अन्य गड़बड़ियां हुईं, उन जिलों के जिला विद्यालय निरीक्षक व अन्य जिम्मेदार अफसरों की रिपोर्ट खंगाली जाएगी और उसके बाद यह तय होगा कि ऐसे विद्यालयों को इस बार केंद्र बनने का मौका दिया जाए या नहीं। सूत्रों के अनुसार तो पिछले वर्ष जिन परीक्षा केंद्रों पर आरोप लगे उनकी संख्या एक सौ के इर्द-गिर्द है। असल में सूबे में सत्ता परिवर्तन पिछले साल की बोर्ड परीक्षाओं के दौरान ही हुआ। सरकार बदलने पर कई जिलों में तो शांति रही, लेकिन कुछ जिला विद्यालय निरीक्षकों ने तेजी दिखाते हुए कई विषयों की दोबारा परीक्षा कराई। प्रतापगढ़ आदि जिले के कुछ केंद्रों पर पेपर आउट के भी आरोप लगे, हालांकि जिला विद्यालय निरीक्षक उसे नकारते रहे। ऐसे सभी परीक्षा केंद्रों की गहनता से स्क्रीनिंग होगी और वह सूची अनुमोदन के लिए शासन को भेजी जाएगी। इसके पहले के वर्षो में करीब तीन सौ से अधिक केंद्र डिबार सूची में हैं। उन पर कोई विचार नहीं होगा, बल्कि इस बार भी वह परीक्षा केंद्र बनने से बाहर रहेंगे। केंद्र की अनंतिम सूची जारी करके उस पर आपत्तियां ली जाएंगी।
जिलों में फीडिंग का काम पूरा, जांच शुरू : यूपी बोर्ड के परीक्षा केंद्र इस बार बोर्ड मुख्यालय पर बनने हैं। इसके लिए जिलों में विद्यालय के संसाधनों और एक से दूसरे स्कूल की दूरी आदि की सूचनाएं साफ्टवेयर पर फीड कराई गई हैं। यह कार्य पूरा हो गया है, अब मुख्यालय प्रशासन उनकी जांच कर रहा है।