बलिया : विद्यालय में घुस शिक्षकों को पीटा, जिले में भी मिले 15 फर्जी शिक्षक, नोटिस जारी
जागरण संवाददाता, बैरिया (बलिया) : छात्र को क्लास रूम से बाहर निकाले जाने से नाराज उसके परिवार वालों ने विद्यालय में घुस कर शिक्षकों की जमकर पिटाई कर दी। इस दौरान वे सभी महिला शिक्षक को भी नहीं बख्शे। पुलिस ने इस मामले में चार लोगों पर मुकदमा कायम कर लिया है। विद्यालय के अंदर हुई इस घटना से बच्चों में दहशत व्याप्त है।1बैरिया थाना क्षेत्र के शिवन टोला में अवस्थित शिवम आइडियल स्कूल है। मंगलवार को क्लास रूम में शोर मचाने पर शिक्षक ने कक्षा आठवीं के छात्र धनजी यादव को क्लास रूम से बाहर कर दिया। धनजी घर जाकर क्लास रूम से बाहर कर देने की बात बताई। इससे नाराज परिवार के सदस्य विद्यालय पर पहुंच गए। इसके बाद विद्यालय के अंदर घुसकर बच्चे को क्लास रूम से बाहर कर देने वाले शिक्षक इंद्रजीत यादव व उनके सहयोगी शिक्षक चंद्रमा यादव व शिक्षिका माधुरी यादव को विद्यालय में घुसकर पिटाई कर दी। साथ ही भद्दी-भद्दी गालियां देने के साथ जान से मारने की धमकी भी दी। इससे विद्यालय परिवार में दहशत व्याप्त हो गया। इस दौरान बच्चे सहमे रहे। बैरिया पुलिस ने शिक्षक इंद्रजीत यादव के तहरीर पर सुकरौली निवासी सत्यनारायण यादव, मुकेश यादव, छोटक यादव व रोहित यादव के खिलाफ मुकदमा कायम कर लिया है। थानाध्यक्ष गगन राज सिंह ने बताया कि पुलिस मामले की जांच कर रही है यह मामला गंभीर है, दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।’>>छात्र को क्लास रूम से बाहर निकालने पर फूटा गुस्सा 1’>>महिला शिक्षक को भी नहीं छोड़ा चार लोगों पर मुकदमा दर्ज1बलिया : डा.भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय आगरा के बीएड सत्र 2004-05 के फर्जी अंकतालिकाओं में शामिल शिक्षकों में से यहां के भी 15 शामिल हैं। इसमें से करीब पांच शिक्षक अंतर-जनपदीय स्थानांतरण के तहत गैर जनपद में चले गए हैं। 1 शासन के निर्देश पर बेसिक शिक्षाधिकारी संतोष राय के निर्देशन में हुई जांच में पकड़े गए इन फर्जी शिक्षकों को विभागीय स्तर पर कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया गया है। आगरा विवि से बीएड सत्र 2004-05 में सीट से अधिक छात्रों की परीक्षा कराकर उन्हें डिग्री दे दी गई थी। काफी टेंपर्ड यानी परीक्षा व अंकतालिका में गड़बड़ी करने वाले प्रशिक्षणार्थी भी थे। ऐसे में मामला प्रकाश में आने के बाद शासन ने इसमें एसआइटी जांच के आदेश दिए थे। इसमें मंडल मुख्यालय पर भी एडी स्तर से जांच की जा रही थी। इसमें पूरे प्रदेश में इस तरह के डिग्री वाले करीब 45 सौ से अधिक शिक्षक हैं। उक्त विश्वविद्यालय से बीएड की डिग्री प्राप्त समायोजित शिक्षकों के मार्कसीट का यहां मिलान करने पर गैर जनपद गए शिक्षकों को छोड़कर आठ शिक्षक फर्जी पाए गए हैं जिन्हें कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए इसकी रिपोर्ट शासन में भी प्रेषित कर दी गई है।