एक छत के नीचे 'प्राइमरी का मास्टर' से जुड़ी शिक्षा विभाग
की समस्त सूचनाएं एक साथ

"BSN" प्राइमरी का मास्टर । Primary Ka Master. Blogger द्वारा संचालित.

जनपदवार खबरें पढ़ें

जनपदवार खबरें महराजगंज लखनऊ इलाहाबाद प्रयागराज गोरखपुर उत्तर प्रदेश फतेहपुर सिद्धार्थनगर गोण्डा बदायूं कुशीनगर सीतापुर बलरामपुर संतकबीरनगर देवरिया बस्ती रायबरेली बाराबंकी फर्रुखाबाद वाराणसी हरदोई उन्नाव सुल्तानपुर पीलीभीत अमेठी अम्बेडकरनगर सोनभद्र बलिया हाथरस सहारनपुर बहराइच श्रावस्ती मुरादाबाद कानपुर जौनपुर अमरोहा लखीमपुर खीरी मथुरा फिरोजाबाद रामपुर गाजीपुर बिजनौर बागपत शाहजहांपुर बांदा प्रतापगढ़ मिर्जापुर जालौन चित्रकूट कासगंज ललितपुर मुजफ्फरनगर अयोध्या चंदौली गाजियाबाद हमीरपुर महोबा झांसी अलीगढ़ गौतमबुद्धनगर संभल हापुड़ पडरौना देवीपाटन फरीदाबाद बुलंदशहर

Search Your City

इलाहाबाद : प्राथमिक विद्यालय रामनगर में 47 साल बाद लौट आया बचपन

0 comments

इलाहाबाद : प्राथमिक विद्यालय रामनगर में 47 साल बाद लौट आया बचपन

🔵 बेसिक शिक्षा न्यूज़ डॉट कॉम का एन्ड्रॉयड ऐप क्लिक कर डाउनलोड करें ।

🔴 प्राइमरी का मास्टर डॉट नेट का एन्ड्रॉयड ऐप क्लिक कर डाउनलोड करें ।

इलाहाबाद । कहते हैं पुराना वक्त कभी लौटता नहीं। घड़ी की सुइयों को भी आपने कभी उल्टी दिशा में चलते नहीं देखा होगा। लेकिन, इलाहाबाद के यमुनापार क्षेत्र में एक सरकारी प्राथमिक स्कूल का वक्त पूरे 47 साल बाद लौटा। पुरा छात्र सम्मेलन के रूप में। सत्तर के दशक में प्राइमरी विद्यालय रामनगर-प्रथम, विकासखंड उरुवा में ककहरा सीख कर अब देश भर में अलग-अलग सेवा क्षेत्रों में कार्यरत बुजुर्ग जब गांव में इकट्ठा हुए तो मानों स्कूल की जर्जर हो चुकी बूढ़ी दीवारों की हर एक ईंट भी खिलखिला उठीं। 1प्राइमरी स्कूल रामनगर-प्रथम के पुरा छात्रों के सम्मेलन का अनूठा आयोजन इस गांव के मूल निवासी और अब गाजियाबाद में रहकर अमेरिका की एक प्रतिष्ठित संस्था में बतौर डायरेक्टर अपनी सेवा दे रहे डा. रतन शर्मा ने किया। सम्मेलन में बतौर मुख्य अतिथि आमंत्रित किए गए तत्कालीन शिक्षक श्रीपति पांडेय और ब्रम्हदत्त मिश्र। राष्ट्रगान से इस सम्मेलन का शुभारंभ हुआ, उसके बाद दिवंगत हुए शिक्षकों और तत्कालीन सहपाठियों को श्रद्धांजलि दी गई।

इस कार्यक्रम में उपस्थित सभी पुरातन छात्रों के समक्ष पटरी, दवात, दूधिया, नरकट की कलम इत्यादि सामग्री रखी गई तो मानों बुजुर्ग हो चुके लोगों की आंखें पुरानी यादें ताजा करते हुए छलक पड़ीं। इस कार्यक्रम में 46 पुरातन छात्रों ने भाग लिया। वरिष्ठ अधिवक्ता सुरेंद्र नारायण शर्मा ने सभी का स्वागत किया। सभी पुरा छात्रों ने एक साथ जाकर उस भवन को भी देखा जिसमें टाट-पट्टी पर बैठकर उन्होंने ककहरा सीखा था।

वह भवन हालांकि अब खंडहर हो चुका है और विद्यालय में पठन-पाठन नए भवन में चल रहा है। कार्यक्रम में शामिल हुए सभी शिक्षकों और पुरा छात्रों को स्मृति स्वरूप गीता और कुरान देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर प्रभात शर्मा, कृष्ण कुमार, रतन सिंह मास्टर, विनोद विश्वकर्मा आदि ने महत्वपूर्ण योगदान दिया।

गांव से जुड़ाव और प्रेरणा प्रमुख उद्देश्य : इस शानदार कार्यक्रम का आयोजन करने वाले डा. रतन शर्मा कहते हैं कि तरक्की की राह में जितने भी आसमान छू लो, अपनी उस मिट्टी को नहीं भूलना चाहिए जिसमें खेलकूद कर बचपन बिताया हो। उसी मिट्टी की ताकत से लोग तरक्की की उचाइयां छूते हैं। पुरा छात्र सम्मेलन करने का यही एक उद्देश्य था कि गांव के लोगों से जुड़ाव बना रहे और नई उम्र के बच्चे भी जीवन में कुछ अच्छा करने की प्रेरणा ले सकें।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

महत्वपूर्ण सूचना...


बेसिक शिक्षा परिषद के शासनादेश, सूचनाएँ, आदेश निर्देश तथा सभी समाचार एक साथ एक जगह...
सादर नमस्कार साथियों, सभी पाठकगण ध्यान दें इस ब्लॉग साईट पर मौजूद समस्त सामग्री Google Search, सोशल नेटवर्किंग साइट्स (व्हा्ट्सऐप, टेलीग्राम एवं फेसबुक) से भी लिया गया है। किसी भी खबर की पुष्टि के लिए आप स्वयं अपने मत का उपयोग करते हुए खबर की पुष्टि करें, उसकी पुरी जिम्मेदारी आपकी होगी। इस ब्लाग पर सम्बन्धित सामग्री की किसी भी ख़बर एवं जानकारी के तथ्य में किसी भी तरह की गड़बड़ी एवं समस्या पाए जाने पर ब्लाग एडमिन /लेखक कहीं से भी दोषी अथवा जिम्मेदार नहीं होंगे, सादर धन्यवाद।