लखनऊ : यूपी नगर निकाय चुनाव: सुबह आठ बजे से 75 जिलों में होगी काउंटिंग, शराबबंदी लागू व जुलूस पर रोक
यूपी के शहरों की सरकार के चुनाव में 79,113 प्रत्याशियों के राजनीतिक भविष्य का पिटारा शुक्रवार को खुलेगा। सभी 75 जिलों के 334 केंद्रों पर होने वाली मतगणना में तय हो जाएगा कि मतदाताओं ने किसे पांच साल के लिए अपना प्रतिनिधि चुना है।
राज्य निर्वाचन आयोग के अपर आयुक्त वेदप्रकाश वर्मा ने बताया कि राजधानी लखनऊ सहित 16 नगर निगम, 198 नगर पालिका परिषद और 438 नगर पंचायतों में तीन चरणों में हुए चुनाव की मतगणना सुबह 8 बजे से होगी। जिन निकायों का मुख्यालय तहसील स्तर पर है, वहां तहसील में और जिनका मुख्यालय जिला स्तर पर है, वहां जिला मुख्यालय पर मतगणना होगी।
नगर निगम क्षेत्रों की मतगणना ईवीएम से होगी। एक ईवीएम से मतगणना में दस मिनट तक का समय लगता है। वहीं नगर पालिका परिषदों व नगर पंचायतों में मतपत्र से चुनाव होने के कारण मतगणना में समय अधिक लगेगा। निकाय चुनाव 2012 की तुलना में सात घंटे पहले परिणाम जारी कराने के लिए मतगणना टेबलों की संख्या बढ़ाई गई है।
जीत का प्रमाण पत्र ऑनलाइन होगा जारी
परिणाम घोषित होने के बाद निर्वाचन अधिकारी राज्य निर्वाचन आयोग की वेबसाइट पर इसे फीड करेंगे। इसके साथ ही विजेता प्रत्याशी के नाम ऑनलाइन प्रमाण पत्र जारी हो जाएगा। निर्वाचन अधिकारी प्रमाण पत्र पर अपने दस्तखत कर विजेता प्रत्याशी को सौंप देगा। निर्वाचन अधिकारी की हस्ताक्षरित प्रमाण पत्र की कॉपी को आयोग के सर्वर पर भी अपलोड किया जाएगा।
एसएमएस से मिलेगी परिणाम की सूचना
राज्य निर्वाचन आयोग की वेबसाइट पर मोबाइल नंबर अपडेट कराने वाले 25 लाख मतदाताओं के साथ ही सभी प्रत्याशियों को चुनाव परिणाम की सूचना मोबाइल पर एसएमएस के जरिए दी जाएगी।
कहां कितने प्रत्याशी
पद--संख्या--प्रत्याशी
नगर निगम महापौर--16--213
नगर निगम पार्षद--1300--11,375
नगर पालिका परिषद अध्यक्ष--198--2453
नगर पालिका परिषद सदस्य--5261--31,930
नगर पंचायत अध्यक्ष--438--4776
नगर पंचायत सदस्य--5434--28,366
सीसीटीवी कैमरे रखेंगे नजर
वर्मा ने बताया कि मतगणना के लिए 56 हजार कर्मचारियों को तैनात किया गया है। निकायों में महापौर एवं पार्षद और अध्यक्ष व सदस्य की मतगणना अलग-अलग टेबलों पर एक साथ होगी। ईवीएम से मतगणना के लिए प्रत्येक टेबल पर चार कर्मचारियों का दल रहेगा। मतपत्र से मतगणना के लिए प्रत्येक टेबल पर पांच कर्मचारियों का दल रहेगा। मतगणना केंद्रों की निगरानी के लिए सीसीटीवी कैमरे और वेबकास्टिंग की व्यवस्था की गई है।
नहीं निकाल सकेंगे जुलूस, शराबबंदी रहेगी
राज्य निर्वाचन आयोग के विशेष कार्याधिकारी जेपी सिंह ने बताया कि मतगणना के बाद विजयी प्रत्याशी जुलूस या रैली नहीं निकाल सकेंगे। वहीं, पूरे प्रदेश में 30 नवंबर की रात 12 बजे से 1 दिसंबर की रात 12 बजे तक शराब और मादक पदार्र्थों की दुकानें व बार बंद रहेंगे।