सीतापुर : आंगनबाड़ी कार्यकर्त्रियों पर गंभीर धाराओं में मुकदमा
*सतर्क रही पुलिस*
आंगनबाड़ी आंदोलन को लेकर सक्रिय हुआ प्रशासन
बवाल की संभावना टालने को मुस्तैद रही पुलिस
सीएम के काफिले को रोकने के प्रयास के आरोप में आंगनबाड़ी कार्यकर्त्री संघ जिलाध्यक्ष समेत चार को भेजा गया जेल
सीतापुर | जिलाध्यक्ष समेत चार को जेल भेजे जाने की सूचना पर शनिवार को धरनास्थल पर आंगनबाड़ी कार्यकर्त्रियों का जमावड़ा हुआ। जानकारी पर प्रशासन हरकत में आ गया। बवाल की संभावना टालने के लिए भारी संख्या में पुलिसबल पहुंच गया। पीएसी भी बुला ली गई। प्रशासन की सक्रियता देख आंगनबाड़ी कार्यकर्त्रियां धरनास्थल पर ही डटी रहीं।
तेरह सूत्री मांगों को लेकर एक माह से अधिक समय से धरना कर रही आंगनबाड़ी के मामले में नया मोड़ आ गया। सांकेतिक शादी रचाकर नैमिषारण्य में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के काफिले को रोकने के प्रयास में जिलाध्यक्ष नीतू सिंह को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया। जिलाध्यक्ष की गिरफ्तारी की जानकारी पर भारी संख्या में कार्यकर्त्रियां धरनास्थल पर जमा हो गईं। संगठन के लखीमपुर जिला कोआर्डिनेटर हरेंद्र सिंह भी धरने में पहुंच गए। मौके पर मौजूद आंगनबाड़ी को संबोधित करते हुए हार न मानने की बात कही।
धरनास्थल पर आंगनबाड़ी कार्यकर्त्रियों के जमावड़े की खबर पर प्रशासन सतर्क हो गया। जानकारी पर भारी संख्या में पुलिसबल धरनास्थल पहुंच गया। बवाल की संभावना को देख महिला कांस्टेबल भी बुला ली गईं। प्रशासन की सक्रियता को देख आंगनबाड़ी कार्यकर्त्रियों ने शांतिपूर्वक धरना कर आगे की रणनीति बनायी। जिलाध्यक्ष के जेल जाने की सूचना पर एक आंगनबाड़ी कार्यकर्त्री बेहोश भी हो गई। जिसे उपचार के लिए पुलिस जिला अस्पताल ले गई।
*आंगनबाड़ी कार्यकर्त्रियों को जेल*
मिश्रिख में गिरफ्तार आंगनबाड़ी कार्यकर्त्रियों को जेल भेजने की कार्रवाई की गई है। न्यायालय भेजने से पहले चारों कार्यकर्त्रियों का मेडिकल परीक्षण भी हुआ। बताते चलें कि मिश्रिख में आंगनबाड़ी कार्यकर्त्री संगठन की जिलाध्यक्ष नीतू सिंह को शुक्रवार गिरफ्तार किया गया था। जिलाध्यक्ष के साथ मंजू देवी, सविता वर्मा और संतोष कुमारी की भी गिरफ्तारी हुई थी। इनके खिलाफ गंभीर धाराओं में मिश्रिख कोतवाली में अभियोग पंजीकृत हुआ था। प्रभावी कार्रवाई के तहत शनिवार को लखनऊ के मड़ियांव थानाक्षेत्र स्थित भरतनगर की रहने वाली नीतू सिंह, महमूदाबाद की मंजू देवी, सविता वर्मा और मिश्रिख की संतोष कुमारी का जिला अस्पताल लाकर मेडिकल परीक्षण करवाया गया। कड़ी सुरक्षा के बीच विधिक कार्रवाई पूरी हुई।
*कार्यकर्त्रियों को हाईवे जाम करना भी पड़ा भारी-----*
कार्यकर्त्रियों की मुसीबतें लगातार बढ़ रही हैं। जेल जाने से पहले एक अभियोग जिलाध्यक्ष की रवानगी में शामिल हुआ। मामला चार दिन पहले से जुड़ा हुआ है। 5 दिसम्बर को आंगनबाड़ी कार्यकर्त्रियों ने हाइवे जाम किया था। उसका नेतृत्व भी जिलाध्यक्ष की ओर से किया गया। मिश्रिख प्रकरण के बाद पुलिस हरकत में आई। शहर कोतवाली की सदर चौकी इंचार्ज महेन्द्र प्रताप सिंह को वादी बनाया। मुख्य आरोपी नीतू सिंह सहित 29 नामजद हुए। 70 कार्यकर्त्रियों को अज्ञात के रूप में शामिल किया गया। कोतवाल धर्मेन्द्र सिंह रघुवंशी कहते हैं कि धारा 147, 341, 323 और 504 के तहत अभियोग दर्ज किया गया था। बाद में 506, 121 ए, 353 और 332 अतिरिक्त धाराएं बढ़ाई गई हैं।