प्रतापगढ़ : स्कूली बच्चे भी बायोमीट्रिक मशीन से देंगे हाजिरी, बीएसए ने मानधाता के पूमावि कटरा गुलाब सिंह से की शुरुआत
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जासं, प्रतापगढ़ : शासन की मंशा के अनुरूप शिक्षण व्यवस्था को चुस्त-दुरुस्त बनाने के लिए अब परिषदीय स्कूलों में भी बायोमैट्रिक अटेंडेंस की शुरुआत हो गई है। शिक्षक, शिक्षिकाओं के साथ ही स्कूली बच्चे भी इसी मशीन से हाजिरी देंगे। बीएसए ने इसकी शुरुआत जिले के मानधाता विकास खंड के पूर्व माध्यमिक विद्यालय कटरा गुलाब सिंह से की।
बायोमैट्रिक सिस्टम का शुभारंभ करते हुए बीएसए बीएन सिंह ने कहा कि बायोमैट्रिक अटेंडेंस से शिक्षक तो समयबद्ध तरीके से विद्यालय में अपनी उपस्थित देंगे ही, साथ ही छात्रों को भी नियमित रूप से समय से विद्यालय में उपस्थित होना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि अमूमन शिक्षक तो समय पर स्कूल में पहुंच जाते हैं, लेकिन छात्र समय से विद्यालय में उपस्थित नहीं हो पाते है। उनके अभिभावक कहीं न कहीं उन्हें अपने निजी कार्यो में लगा देते हैं, जिससे छात्र समय पर चाहते हुए भी विद्यालय नहीं पहुंच पाते हैं। इस सिस्टम के प्रभावी होने पर छात्र स्वत: किसी की परवाह किए बगैर विद्यालय समय से पहुंच जाएंगे।
इस व्यवस्था से शिक्षक व अभिभावकों में आपसी संवाद करने का मौका भी मिलेगा। बीएसए ने बताया कि बायोमैट्रिक अटेंडेंस सिस्टम की शुरुआत में जहां प्रतापगढ़ प्रदेश में दूसरे स्थान पर है, वहीं मंडल में पहला स्थान हासिल किया है। इस अवसर पर प्रभारी प्रधानाध्यापक मोहम्मद फरहीम समेत विद्यालय के सभी शिक्षक मौजूद रहे।
जासं, प्रतापगढ़ : शासन की मंशा के अनुरूप शिक्षण व्यवस्था को चुस्त-दुरुस्त बनाने के लिए अब परिषदीय स्कूलों में भी बायोमैट्रिक अटेंडेंस की शुरुआत हो गई है। शिक्षक, शिक्षिकाओं के साथ ही स्कूली बच्चे भी इसी मशीन से हाजिरी देंगे। बीएसए ने इसकी शुरुआत जिले के मानधाता विकास खंड के पूर्व माध्यमिक विद्यालय कटरा गुलाब सिंह से की।
बायोमैट्रिक सिस्टम का शुभारंभ करते हुए बीएसए बीएन सिंह ने कहा कि बायोमैट्रिक अटेंडेंस से शिक्षक तो समयबद्ध तरीके से विद्यालय में अपनी उपस्थित देंगे ही, साथ ही छात्रों को भी नियमित रूप से समय से विद्यालय में उपस्थित होना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि अमूमन शिक्षक तो समय पर स्कूल में पहुंच जाते हैं, लेकिन छात्र समय से विद्यालय में उपस्थित नहीं हो पाते है। उनके अभिभावक कहीं न कहीं उन्हें अपने निजी कार्यो में लगा देते हैं, जिससे छात्र समय पर चाहते हुए भी विद्यालय नहीं पहुंच पाते हैं। इस सिस्टम के प्रभावी होने पर छात्र स्वत: किसी की परवाह किए बगैर विद्यालय समय से पहुंच जाएंगे।
इस व्यवस्था से शिक्षक व अभिभावकों में आपसी संवाद करने का मौका भी मिलेगा। बीएसए ने बताया कि बायोमैट्रिक अटेंडेंस सिस्टम की शुरुआत में जहां प्रतापगढ़ प्रदेश में दूसरे स्थान पर है, वहीं मंडल में पहला स्थान हासिल किया है। इस अवसर पर प्रभारी प्रधानाध्यापक मोहम्मद फरहीम समेत विद्यालय के सभी शिक्षक मौजूद रहे।