गाजियाबाद : सरकारी स्कूलों में नहीं पहुंचे गर्म कपड़े, शिक्षा विभाग के स्थानीय अधिकारियों की लापरवाही से सरकारी माध्यमिक स्तर तक के स्कूलों में बच्चों को सर्दी शुरू होने के बाद भी स्वेटर और जूते नहीं मिले
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जागरण संवाददाता, साहिबाबाद : शिक्षा विभाग के स्थानीय अधिकारियों की लापरवाही से सरकारी माध्यमिक स्तर तक के स्कूलों में बच्चों को सर्दी शुरू होने के बाद भी स्वेटर और जूते नहीं मिले हैं। सितंबर में सर्व शिक्षा अभियान के तहत प्राथमिक और माध्यमिक स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को स्वेटर और जूते देने का आदेश जारी किया गया था। अधिकारियों का कहना है कि आचार संहिता के चलते टेंडर जारी नहीं हो पाया था। प्राथमिक और जूनियर हाई स्कूलों में ठंड शुरू होने के बाद भी बच्चों को जूते और स्वेटर नहीं मिले हैं। उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षक संघ के जिला एवं प्रांतीय मंत्री डॉ. अनुज त्यागी ने बताया कि टेंडर होने और बच्चों का नाप लिए जाने के बाद भी बीस दिन का समय सामान पहुंचने में लग जाता है। उन्होंने बताया कि शासनादेश के नाम पर बच्चों को गुमराह किया जा रहा है, दिसंबर तक टेंडर नहीं हुए हैं, जबकि शासनादेश के मुताबिक अक्टूबर के अंतिम सप्ताह में टेंडर और नवंबर के आखिरी सप्ताह में बच्चों को स्वेटर दिए जाने थे। गाजियाबाद बेसिक शिक्षा अधिकारी विनय कुमार ने बताया कि जिले में चुनाव के कारण आचार संहिता लगी हुई थी। इस कारण टेंडर जारी नहीं किए गए । दिसंबर के दूसरे सप्ताह तक टेंडर होने की संभावना है। जिसके बाद छात्रों को जूते और स्वेटर वितरित कर दिए जाएंगे।