एटा : साल के अंतिम कार्य दिवस में शिक्षकों की मौज-मस्ती ग्रामीणों को खल गई, बंद पड़े स्कूल की शिकायत विभाग तक पहुंचा दी
जागरण संवाददाता, एटा : साल के अंतिम कार्य दिवस में शिक्षकों की मौज-मस्ती ग्रामीणों को खल गई। बंद पड़े स्कूल की शिकायत विभाग तक पहुंचा दी और इसके बाद कराई गई जांच में शिकायतें सही पाए जाने के बाद आधा दर्जन शिक्षकों नए साल से पहले ही वेतन रोकने और कटौती का तोहफा मिल गया। अलीगंज के ससौता में तो प्रधानाध्यापक सहित अन्य स्टाफ ने छुट्टी लेकर स्कूल बंद कर दिया। यहां के एनपीआरसी को भी कारण बताओ नोटिस दिया गया है।
वैसे तो शनिवार को जिन शिक्षकों की वार्षिक छुट्टियां अवशेष थीं। ऐसे में उन्होंने अवकाश प्रार्थना पत्र के जरिए छुट्टी ले ली, लेकिन कुछ स्थानों पर शिक्षक छुट्टी के नियम ही भूल गए और स्कूल बंद कर दिया। अलीगंज के प्राथमिक विद्यालय ससौता पर भी कुछ ऐसा ही दिखा। यहां प्रधानाध्यापक रामसनेही अवकाश पर थे। वहीं सहायक अध्यापक धर्मेंद्र, शिक्षामित्र सुनीता भी अवकाश पर चली गईं। प्रधानाध्यापक नियम भूल गए कि अवकाश के फेर में विद्यालय बंद नहीं हो सकता है। न्याय पंचायत समन्वयक ने भी ऐसी स्थिति को नजरअंदाज कर दिया। स्कूल बंद था, तो किसी ग्रामीण ने बीएसए को सूचना दे दी। इसके बाद विभागीय समन्वयकों से निरीक्षण कराया तो स्थिति सामने आई। प्रधानाध्यापक का वेतन रोकने के साथ अन्य की कटौती तथा एनपीआरसी ससौता विनय दीक्षित को नोटिस दिया गया है।
इसी तरह सकीट क्षेत्र में प्राथमिक विद्यालय चपरई 9.45 बजे तक बंद था। यहां से भी किसी ने शिकायत की तो जांच में स्थिति सही पाए जाने पर प्रधानाध्यापिका गीता, शिक्षक नुसरत जमाल तथा शिक्षामित्र मंगला देवी का वेतन मानदेय रोकने की कार्रवाई की गई है। बीएसए एसके तिवारी ने शिक्षकों को समय से विद्यालय संचालन को चेताते हुए कहा है कि कोई भी लापरवाही न बरती जाए। अन्यथा कार्रवाई की जाएगी।