शिक्षा व्यवस्था को आइना दिखाएगी मास्साब फिल्म
जागरण संवाददाता, बांदा : बुंदेलखंड के बांदा में फिल्मायी गई मास्साब फिल्म प्राथमिक शिक्षा पर आधारित है। यह एक ऐसी अनूठी फिल्म है जो शिक्षा के मौजूदा दौर की हकीकत बयां कर रही है। लगभग पौने दो करोड़ के बजट से तैयार हुई फिल्म मास्साब में शिक्षा के साथ बुंदेली संस्कृति को भी जगह दी गई है। गीत और नृत्य फिल्म के आकर्षण को और बढ़ा रहे हैं।
फिल्म मास्साब की शू¨टग नवंबर 2016 में बांदा जनपद के ग्राम बड़ोखरखुर्द, अतर्रा, खुरहंड, महुआ व का¨लजर में पूरी की गई है। खुरहंड निवासी शिवा सूर्यवंशी फिल्म के मुख्य कलाकार हैं। रविवार को बड़ोखर में प्रेसवार्ता के दौरान उन्होंने बताया कि कहानी का लेखन भी उन्हीं के द्वारा किया गया है। निर्देशन आदित्य ओम द्वारा किया गया है। निर्देशक के तौर पर यह उनकी पांचवीं फीचर फिल्म है। नायिका की भूमिका शीतल ¨सह ने निभाई जिन्होंने अमेरिका में अभिनय की पढ़ाई की है। इसके पहले कई सीरियल में अभिनय कर चुकी हैं। सहयोगी कलाकारों में प्रगतिशील किसान प्रेम ¨सह, रामकृष्ण अवस्थी, जिलेदार ¨सह, आशीष कुमार ¨सह, आशीर्वाद ¨सह व खुरहंड गांव के बच्चे शामिल हैं। शिवा बताते हैं कि फिल्म को तैयार करने में तकरीबन पौने दो करोड़ रुपए का खर्च आया है। प्राथमिक शिक्षा पर आधारित यह अनूठी फिल्म है। जिसमें मौजूदा शिक्षा व्यवस्था के साथ बुंदेलखंड के लोकनृत्य दिवारी व लोक गायन को भी शामिल किया गया है। बताया कि बुंदेलखंड के बांदा से बनकर तैयार हुई यह फिल्म राष्ट्रीय, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर दस्तक देने को तैयार है।