गोण्डा : पुलिस कर्मियों ने विद्यालय जाकर लगाई पाठशाला, दी जानकारी, छात्राओं को जागरूक करते पुलिसकर्मी।
हिन्दुस्तान संवाद, करनैलगंज (गोंडा) । महिला अपराध पर लगाम लगाने के मकसद को लेकर अब पुलिस अपनी कमर कस चुकी है। जिले की पुलिस इस मुहिम को आगे बढ़ाते हुए महिला सुरक्षा सप्ताह मना कर लोगों को जागरूक कर रही है। सोमवार को महिला व पुरुष पुलिस कर्मियों की टीम नगर के चित्रगुप्त इण्टर कालेज पहुंची। जहां लड़कियों को उनके अधिकारों व छेड़छाड़ जैसी घटनाओं से निपटने के टिप्स दिए गए हैं। साथ ही कुछ लड़कियों को पावर एंजल बना कर महिला उत्पीड़न पर लगाम लगाने के लिए लड़कियों का चुनाव किया गया।
बताया गया कि उत्तर प्रदेश पावर एंजल कॉन्सेप्ट अपनाने वाला देश का पहला राज्य है। इसके तहत आम लोगों के बीच रह कर ही ये पावर एंजल अपना काम करती हैं। चित्रगुप्त इण्टर कालेज में पढ़ रही बेटियों जागरूक करने के उददेश्य से कोतवाल अंगद राय, चौकी प्रभारी बृजानन्द सिंह, महिला आरक्षी सावित्री वर्मा व शशि भारद्वाज ने पहुंच कर महिला जागरूकता सप्ताह के क्रम में एक गोष्ठी का आयोजन किया। जिसमें पुलिस कर्मियों ने लड़कियों को पुलिस की मदद लेने, महिला हेल्प लाइन 1090 के बारे में बिस्तृत जानकारी दी। यही नहीं पावर एंजल बनाने के लिए भी तेजतर्रार लड़कियों के नाम पते नोट किए। किसी भी आपात स्थिति में पुलिस की मदद कैसे लेना है, यह बात भी बताई गयी।
कौन हैं पावर एंजल्स: महिला आरक्षी शशि भारद्वाज ने बताया कि पावर एंजल अपने इलाके और शैक्षणिक संस्थानों में हो रही घटनाओं पर नजर रखती हैं। अगर कहीं उन्हें महिलाओं से शोषण या फिर घरेलू हिंसा की जानकारी मिलती है तो वे पुलिस को इस बारे में जानकारी देती हैं। इसके बाद पुलिस अपना काम करती है। ये पावर एंजल अपने साथ की महिलाओं को महिलाओं से जुड़े अधिकारों और कानूनों की भी जानकारी देती हैं। पुलिस इनकी पहचान को गुप्त रखती है। विभाग में कर्मियों की कमी के कारण अक्सर कुछ चीजें पुलिस की जानकारी से छूट जाती हैं। पावर एंजलों के कारण पुलिस को महिलाओं के साथ हो रहे अपराधों पर कार्रवाई करने में मदद मिल रही है।
क्या है महिला हेल्प लाइन 1090 की ताकत: प्रभारी बृजानन्द सिंह ने बताया कोई भी पीड़ित महिला या उसकी महिला रिश्तेदार अश्लील कॉल, मैसेज आने पर अपनी शिकायत इस नंबर पर निशुल्क दर्ज करवा सकती है। शिकायत करने वाली महिला की पहचान पूरी तरह गोपनीय रखी जाएगी। पीड़िता को किसी भी हालत में पुलिस थाने या किसी आफिस में नहीं बुलाया जाएगा। हेल्पलाइन में हर हाल में महिला पुलिस अधिकारी ही पीड़िता की शिकायत दर्ज करेगी। महिला पुलिस कर्मी अपने वरिष्ठ पुरुष पुलिस कर्मियों को पीड़ित की केवल उतनी ही जानकारी या सूचना उपलब्ध करवाएगी, जो विवेचना में सहायक हो सके। कॉल सेंटर में दर्ज शिकायत पर तब तक काम होता रहेगा, जब तक उस पर पूरी कार्रवाई नहीं हो जाती।
इस अवसर पर विद्यालय के प्राचार्य गजेन्द्र कुमार श्रीवास्तव, अध्यापक चन्दन सिंह, प्रदीप श्रीवास्तव, रवि सिंह, सोमनाथ तिवारी, कुलदीप सिंह, रोहित वैश्य, परवेश मिश्रा और उत्तम गुप्ता आदि भी उपस्थित रहे।