शिक्षकों को ढोने पड़े बच्चों के जूते
जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : परिषदीय विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों व शिक्षकों को ब्लाक संसाधन के...
जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : परिषदीय विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों व शिक्षकों को ब्लाक संसाधन केंद्र से विद्यालय तक जूते ढोने पड़ रहे हैं। बच्चों के पैर में फिट न बैठने से कई प्रधानाध्यापकों को बार-बार जूते-मोजे बदलने पड़ रहे हैं। इस बीच जिला समन्वयक सामुदायिक सहभागिता ने कटे-फटे जूते-मोजे निकलने की स्थिति में जिला परियोजना कार्यालय को रिपोर्ट देने के लिए खंड शिक्षा अधिकारियों से कहा है।
विद्यालय स्तर पर आपूर्ति न पहुंचने के कारण प्रधानाध्यापकों को ब्लाक संसाधन केंद्रों से ही जूते-मोजे ले जाने पड़ रहे हैं। गुरुवार को कई प्रधानाध्यापक आटो से तो कई बाइक पर ही जूते की बोरी लादकर ले गए। बच्चों के पैर में जूते फिट न होने पर उन्हें बदलवाने को वापस ब्लाक संसाधन केंद्र ले जाना पड़ रहा है। जूतों के अधिकांश सेट बच्चों के पैर के हिसाब से बड़े निकल रहे हैं। ब्लाक संसाधन केंद्र बढ़पुर में अब तक 20 प्रधानाध्यापक बड़े जूते बदलकर छोटे साइज के ले जा चुके हैं। कई छोटे साइज के जूते ब्लाक संसाधन केंद्र पर समाप्त हो गए। सर्व शिक्षा की जिला समन्वयक सामुदायिक सहभागिता सरिता त्रिवेदी का कहना है कि वितरण में परेशानी होने की स्थिति में सूचना देने को कहा गया है। कटे-फटे जूते निकलने की स्थिति पाए जाने पर भी तत्काल रिपोर्ट देने को कहा गया है।