फतेहपुर : शासन स्तर पर पकड़े गए फर्जीवाड़े की आंच जिले से भी ताल्लुक रख रही, चार अध्यापकों को विभाग ने थमाई नोटिस
जागरण संवाददाता, फतेहपुर : शासन स्तर पर पकड़े गए फर्जीवाड़े की आंच जिले से भी ताल्लुक रख रही है। फर्जी प्रमाण पत्रों से नौकरी हासिल करने के चार अध्यापकों को विभाग ने नोटिस थमा दी है। इन शिक्षक की नियुक्ति शैक्षिक प्रमाण पत्रों के आधार पर संदिग्ध मानते हुए नोटिस थमा दी गई है। विभाग के लोगों की मानें तो बीएड की डिग्री की शासन स्तर पर जांच कराई गई तो फर्जी होने की पुष्टि हो गई है। 1बेसिक शिक्षा विभाग में पांच साल पूर्व शिक्षक-शिक्षिकाओं की कमी को दूर करने के लिए बीटीसी प्रशिक्षण की अनिवार्यता में शिथिलता करते हुए बीए डिग्रीधारियों को भी अर्ह मानते हुए नौकरी पाने का मौका दिया था। विभिन्न विश्व विद्यालयों से बीएड की डिग्री हासिल करने वालों ने आवेदन करके नियुक्त प्रक्रिया में भाग लिया और बेसिक शिक्षा में प्राथमिक विद्यालय के सहायक अध्यापक की नौकरी पा ली थी। कई वर्षों तक नौकरी करने के बाद शासन ने बीएड की डिग्रियों की जांच कराई तो बड़ा फर्जीवाड़ा पकड़ा। कई जिलों में तैनाती पाए शिक्षक-शिक्षिकाओं को नौकरी से बाहर कर दिया गया था। इसी क्रम में जिले में हुई जांच में चार शिक्षक-शिक्षिकाओं के नाम उजागर हुए। शासन से आई सूची के आधार पर इन शिक्षक शिक्षिकाओं को बीएसए ने नोटिस थमा दी है। नोटिस पाने वाले शिक्षक-शिक्षिकाओं में भिटौरा ब्लाक प्राथमिक विद्यालय कापिल के आशीष उत्तम, भिटौरा ब्लाक के करमचंदपुर सांड़ा के संगीता देवी, हसवा ब्लाक के प्राथमिक विद्यालय से अखिलेश कुमार, विजयीपुर ब्लाक के प्राथमिक विद्यालय बिखेरी रावतपुर के चंद्र प्रकाश शामिल हैं। 1बीएसए शिवेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि चारों शिक्षक-शिक्षिकाओं को नोटिस दी गई है जिससे कि वह अपना पक्ष प्रस्तुत कर सकें। आरोपी शिक्षक-शिक्षिकाओं द्वारा रखे जाने वाले पक्ष को सचिव बेसिक शिक्षा परिषद को भेजा जाएगा। इसके बाद जो आदेश मिलेगा उसका अनुपालन किया जाएगा।