महराजगंज : बोर्ड परीक्षा की तैयारी में जुटे छात्र-छात्राओं को बिजली की आंख मिचौली एक समस्या बनकर खड़ी हो गई
महराजगंज:बोर्ड परीक्षा की तैयारी में जुटे छात्र-छात्राओं को बिजली की आंख मिचौली एक समस्या बनकर खड़ी हो गई है। स्थिति यह है कि इन दिनों क्षेत्र में बिजली के आने-जाने का कोई शेड्यूल ही निश्चित नहीं है। इसका खामियाजा परीक्षा की तैयारी में जुटे छात्र -छात्राओं को भुगतना पड़ रहा है। सुबह व शाम तैयारी में जुटे छात्रों को विद्युत विभाग के मनमाना रवैए के कारण भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। मजबूरन छात्र ढिबरी की टिमटिमाती रोशनी में पढ़ाई करने को मजबूर हैं। फरवरी माह में होने वाली बोर्ड परीक्षा की तैयारी को लेकर 10 वीं व 12वीं के छात्र-छात्राएं इन दिनों जोर-शोर से पढ़ाई में जुट गए हैं। ऐसे में सुबह-शाम हो रही बिजली की बेहिसाब कटौती से विद्यार्थियों की बोर्ड परीक्षा की तैयारी में बाधा उत्पन्न हो रही है। जागरण टीम ने ग्रामीण क्षेत्र में रहने वाले बच्चों को विद्युत कटौती के बावत बातचीत की, तो उनका आक्रोश जुबान पर आ गया।
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परिचय: रंजू वर्मा
देवघट्टी गांव निवासिनी रंजू वर्मा ने कहा कि एक एक तो तैयारी के लिए समय कम है। ऊपर से बेहिसाब बिजली कटौती से घर पर पढ़ाई नहीं हो पा रही है। ऐसे में सरकार द्वारा बेहतर आपूर्ति का दावा खोखला ही साबित हो रहा है।
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परिचय: पूनम गुप्ता
बाबा कमला प्रसाद स्मारक इंटर कालेज की कक्षा 10 की छात्रा पूनम गुप्ता ने कहा कि विद्युत कटौती का सबसे ज्यादा खामियाजा ग्रामीण क्षेत्र के विद्यार्थियों को ही भुगतान पड़ रहा है। यहां बिजली कब आएगी कब चली जाएगी, किसी को पता नहीं रहता।
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परिचय: गूंजा मद्धेशिया
कक्षा 10 की छात्रा गुंजा मद्धेशिया ने आक्रोशित लहजे में कहा कि बिजली विभाग को परीक्षा नजदीक देख विद्यार्थियों के हित में बेहतर आपूर्ति करनी चाहिए, लेकिन छात्रों को रही परेशानी से बिजली विभाग व जिला प्रशासन को कोई लेना-देना नहीं है।
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परिचय: नारायणी रौनियार
बरगदवा कस्बा निवासी नारायणी रौनियार ने बताया कि हमारी बोर्ड परीक्षा के लिए दो माह से भी कम का समय बचा है, लेकिन घर पर पुस्तक खोलते ही बिजली गायब हो जाती है। ऐसे में मोमबत्ती की धीमी रोशनी में पढ़ाई करनी पड़ रही है।