बलिया : बीआरसी की शोभा बढ़ा रहे छात्रों के जूते-मोजे
जागरण संवाददाता, दुबहड़ (बलिया) : विभागीय कहें या कुछ और लेकिन हालात है शासन के निर्देश के बाद भी यहां आज तक परिषदीय स्कूलों में छात्र-छात्रओं के बीच जूते-मोजे का वितरण नहीं हो सका है। इसमें कारण जो भी हो लेकिन इसका खामियाजा परिषदीय विद्यालय के नन्हें-मुन्ने बच्चों को ही भुगतना पड़ रहा है। आलम यह है कि सुबह ठीक-ठाक पड़ रही ठंड के बीच बच्चे बिना जूतों के ठिठुरते-कांपते ही स्कूल पहुंच रहे हैं। 1 शासन ने परिषदीय विद्यालयों में कक्षा एक से आठ तक के छात्र-छात्रओं के लिए निशुल्क जूता और मोजा देने के घोषणा किया गया था, लेकिन यहां हालात है कि लगभग एक महीना से जूते-मोजे बीआरसी हाल की शोभा बढ़ा रहे हैं। बीआरसी में एक महीने से कार्टन में पड़े जूते-मोजे एक तरह से सड़ ही रहे हैं। ऐसे में इसका वितरण इस ठंड के मौसम में भी क्यों नहीं हो रहा और इसके पीछे वजह क्या है यह बताने को कोई तैयार नहीं है। 1यह बताने से विभागीय अधिकारी संग कर्मी भी कतरा ही रहे हैं। ठंड के मौसम में परिषदीय विद्यालयों में पढ़ने वाले बच्चों को बगैर जूता-मोजा के मजबूरन विद्यालय जाना पड़ रहा फिर भी ये स्थिति बनी है। ग्रामीण क्षेत्रों में नगर निकाय चुनाव के आचार संहिता का प्रभाव ना होने के बावजूद यहां भी बच्चों को जूता-मोजा उपलब्ध ना कराना विभाग की घोर को ही प्रदर्शित कर रहा है। इस तरह की स्थिति में अभिभावक भी कभी व्यवस्था तो कभी सरकार को कोस रहे हैं। 1सत्यापन के लिए रुका था, वितरण शुरू 1बेसिक शिक्षाधिकारी संतोष कुमार राय ने कहा कि बीआरसी पर जूते-मोजे आकर पड़े हैं लेकिन विद्यालयों में छात्रों का सत्यापन नहीं होने के कारण इनका वितरण नहीं पा रहा था। 1बुधवार से एकाध ब्लाक में वितरण का कार्य शुरू भी हो गया है। कहा कि एकाध दिन में पूरे जिले में इसका वितरण पूरा हो जाएगा।दुबहड़ बीआरसी पर कार्टन में रखे जूते-मोजे ’ जागरण’>>नहीं बंटे गए परिषदीय स्कूलों में स्वेटर व जूते-मोजे1’>>कक्षा एक से आठ तक के छात्रों को दिया जाना है मुफ्त