फतेहपुर : दस माह से रसोइयों को नहीं मिला मानदेय
हुसेनगंज : सवित्त विद्यालय संकठा प्रसाद जूनियर हाईस्कूल मवई में बच्चों के लिए संचालित एमडीएम योजना का रास्ता खासा परेशानी वाला है। कभी एमडीएम की रसोई नहीं सुलग पाती है तो बच्चे खाली पेट घर लौटने को मजबूर हो जाते हैं तो मौजूदा समय में रसोइयों को 10 माह का मानदेय नहीं मिल पाया है। अल्प मानदेय में भरण पोषण करने वाली रसोइयों की आर्थिक कमर टूट गई है। इनका आरोप है कि उनके द्वारा उठाई जाने वाली आवाज को तवज्जो नहीं दी जाती है जिससे मानदेय मिलने की तस्वीर साफ नहीं हो पा रही है।
मवई गांव में खुले सवित्त विद्यालय में एमडीएम बनाने के लिए पांच रसोइयों में मालती देवी, सावित्री, शिवदुलारी, सावित्री, पुष्पा देवी की तैनाती है। लंबे समय से रसोइया का काम करते हुए यह बच्चों को भोजन बनाने का काम करती आ रही हैं। इनका कहना है कि बीते दस माह से 1000 रुपए मासिक मानदेय के लाले पड़े हुए हैं। जिससे उनके सामने आर्थिक संकट खड़ा हो गया है। भोजन बनने की बाधा की बात करें तो जुलाई, अगस्त, सितंबर एवं 15 अक्टूबर तक बच्चों को एमडीएम नहीं मिला।प्रबंधकीय विवाद के चलते रसोई का चूल्हा ही नहीं जल पाया। एमडीएम को शुरू कराने वाले संकुल प्रभारी रमेश चंद्र का कहना रहा कि अब एमडीएम बनवाया जा रहा है। रसोइयों को मानदेय न मिलने की सूचना उच्चाधिकारियों को भेजी गई है। जैसे ही जिले से मानदेय आएगा वह वितरित कराया जाएगा।