नई दिल्ली : उच्च शिक्षण संस्थानों में विदेशी अनुभव को मिलेगी तरजीह
नई दिल्ली : उच्च शिक्षण संस्थानों को विश्वस्तरीय बनाने में जुटी सरकार ने फैकल्टी चयन की प्रक्रिया को भी विश्वस्तरीय बनाने की पहल की है। इसके तहत उच्च शिक्षण संस्थानों में बतौर फैकल्टी उन लोगों को ज्यादा तरजीह मिलेगी, जिनके पास पीएचडी और नेट के साथ विदेशों में पढ़ाने या पढ़ने का अनुभव भी होगा। माना जा रहा है कि सरकार जल्द ही इसे लेकर कुछ अहम फैसला ले सकती है। यूजीसी ने फिलहाल इस दिशा में रायशुमारी शुरू कर दी है। 1वैसे भी सरकार इन दिनों ज्यादा से ज्यादा विदेशी प्राध्यापकों को भारतीय संस्थानों से जोड़ने में रुचि दिखा रही है। ज्ञान प्रोग्राम के तहत सरकार ने मार्च 2018 तक करीब 800 विदेशी प्राध्यापकों को भारत लाने की लक्ष्य रखा है। पिछले साल यानि वर्ष 2016-17 में करीब 58 देशों के 640 प्राध्यापकों को भारतीय संस्थानों में पढ़ाने के लिए बुलाया गया था। यूजीसी से जुड़े सूत्रों की मानें तो उच्च शिक्षण संस्थानों का मानक बढ़ाने के लिए फैकल्टी चयन की प्रक्रिया भी सुधारी जाएगी।