फतेहपुर : पटरी से उतरी शिक्षा व्यवस्था
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संवाद सूत्र, बहुआ : प्राथमिक विद्यालय छविनाथपुर में यूं तो तीन समायोजित शिक्षामित्रों के साथ चार अध्यापकों की तैनाती है, लेकिन प्रधानाध्यापक के स्कूल न पहुंचने पर रसोइयां ही स्कूल का ताला खोलने और बंद करने का काम करती हैं। बीते दिन निकाय चुनाव ड्यूटी में प्रधानाध्यापिका को मिले अवकाश के चलते रसोइयां ने दो घंटे देरी से स्कूल का ताला खोला। ऐसी स्थिति से कई बार सरकारी स्कूल जूझता है। चुनावी ड्यूटी के चलते गुरुवार को तमाम स्कूलों के ताले नहीं खुले तो शिक्षा व्यवस्था पटरी से उतरी रही।
प्राथमिक विद्यालय छविनाथपुर में अर्चना देवी प्रधानाध्यापक हैं तो विमलेश, विजय ¨सह गौर, शांती देवी समायोजित शिक्षक तैनात हैं। प्रधानाध्यापक कजी गैर मौजूदगी में विद्यालय का ताला खोलने की जिम्मेदारी रसोइयां उठाती है। इस विद्यालय का ताला सुबह पहर 8 बजे के बजाए 10 बजे खुला। इस संबंध में पड़ताल की गई तो पता चला कि तैनाती पाए गुरुजनों में आपस में सामंजस्य नहीं है। दूरभाष पर प्रधानाध्यापक अर्चना देवी ने बताया कि उनके अवकाश रहने पर कोई चाबी नहीं लेता है। मजबूरी में स्कूल खुलवाने के लिए रसोइया का सहारा लेना पड़ता है। चुनावी ड्यूटी के चलते उच्च प्राथमिक विद्यालय बरौहां बंद रहा। प्रशासन ने स्कूल खोलने की व्यवस्था नहीं की। प्राथमिक विद्यालय नहरखोर में इंचार्ज संजू सचान नहीं आईं तो दो शिक्षामित्र में महज एक शिक्षामित्र ही मौजूद रहीं।
बीएसए शिवेंद्र प्रताप ¨सह ने कहाकि वह मामले की जानकारी कराएंगे। प्रधानाध्यापक के साथ सहयोग नहीं हो रहा है तो गलत बात है। जिम्मेदारों से वार्ता करके समस्याओं को खत्म कराया जाएगा।