इलाहाबाद : शासन से बोर्ड मुख्यालय तक शिकायतों का अंबार
राज्य ब्यूरो, इलाहाबाद : यूपी बोर्ड के परीक्षा केंद्रों की पूरी सूची वेबसाइट पर अपलोड होने से पहले ही शिकायतों का सिलसिला तेज हो गया है। शासन से लेकर बोर्ड मुख्यालय व सोशल मीडिया पर केंद्र निर्धारण को गलत साबित करने की होड़ मच गई है। कालेज संचालक अब अपने विद्यालय को केंद्र न बनाने की शिकायत नहीं कर रहे हैं, बल्कि यह जरूर पूछ रहे हैं कि फलां कालेज कैसे केंद्र बन गया, उनका कालेज केंद्र बने कालेज से कमतर क्यों आंका गया? शिकायत करने वाले जिलों में इलाहाबाद मंडल के चारों जिले सबसे आगे हैं जिनमें कौशांबी में बने केंद्र चर्चा का विषय बन गए हैं। इसी तरह से पूर्वाचल के गोंडा, बस्ती, गाजीपुर, बलिया, जौनपुर, कानपुर व अंबेडकर नगर से भी शिकायतें मिल रही हैं। हालांकि बोर्ड की वेबसाइट पर अब तक सिर्फ 36 जिलों की अंतिम सूची ही अपलोड है। बोर्ड प्रशासन का दावा है कि अन्य जिलों को अपलोड करने का कार्य चल रहा है। सोमवार तक सभी जिले के केंद्र वेबसाइट पर होंगे। केंद्रों को लेकर शासन तक के अफसरों के फोन लगातार बज रहे हैं। समस्या यह है कि शासन ने ही अंतिम सूची फाइनल करने में जिलाधिकारी की अध्यक्षता वाली समिति को अधिकार सौंपा था, उसी समिति की सिफारिश पर केंद्र बने हैं। ऐसे में इस मामले की जांच का जिम्मा किस अफसर को सौंपा जाए इसको लेकर शासन में मंथन तेज है। माना जा रहा है कि विवाद बढ़ने पर केंद्र निर्धारण की जांच होगी।