मार्ग नहीं मेड़ से होकर पढ़ने आते हैं'नौनिहाल'
बलरामपुर :सरकार के लाख प्रयासों के बावजूद परिषदीय शिक्षा व्यवस्था पटरी पर नहीं आ रही है। विद्यालयों में मध्याह्न भोजन, शौचालयों व बाउंड्रीवाल के नाम पर लाखों रुपये का खेल हर वर्ष हो जाता है लेकिन धरातल पर कुछ नहीं दिखता। सूत्रों की मानें तो विभागीय अधिकारियों की साठगांठ से शिक्षक घर बैठे वेतन उठा रहे हैं। ऐसे में सर्व शिक्षा अभियान का नारा छलावा साबित हो रहा है। प्राथमिक विद्यालय लहरी में 74 पंजीकृत हैं। सफाई के अभाव में शौचालय निष्प्रयोज्य है। फर्नीचर न होने के कारण बच्चे फटी चटाई पर बैठकर पढ़ने को मजबूर हैं। प्राथमिक विद्यालय विजईडीह में 140 पंजीकृत हैं। स्कूल के लिए रास्ता न होने से बच्चे खेत की मेढ़ पर चलकर पढ़ने आते हैं। अध्यापक का कहना है कि ग्राम प्रधान से कई बार शिकायत की गई लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला। प्राथमिक विद्यालय शांतिनगर में 112 छात्र पंजीकृत हैं। बच्चों ने बताया कि चार दिन से खाना नहीं बन रहा है। विद्यालय परिसर के अंदर से ही 11 हजार हाईवोल्टेज की लाइन निकली हुई है जिससे दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। अध्यापिका सुधा ¨सह ने बताया कि इस संबंध में विभागीय अधिकारियों को कई बार सूचित किया गया लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। तुलसीपुर खंड शिक्षा अधिकारी अब्दुल हकीम ने बताया कि शिकायतें मिल रही हैं। जल्द ही स्कूलों का निरीक्षण कर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।