ठंड तो शुरू, जूता-मोजा व स्वेटर कब बंटेगा हुजूर
गोंडा :
²श्य एक- समय पूर्वाह्न 11.30 बजे। प्राइमरी सर्वांगपुर प्रथम में स्कूल के पीछे मैदान में क्लास लगी थी। कुछ छात्र खेलने में मस्त थे। यहां 69 छात्र पढ़ने के लिए आए। अधिकतर छात्रों के पैर में जूता-मोजा नहीं था। छात्र स्वेटर भी नहीं पहने हुए थे। प्रभारी प्रधानाध्यापक तौसीफ अहमद ने बताया कि अभी उन्हें कुछ मिला नहीं है।
²श्य दो- समय दोपहर 12 बजे। प्राइमरी मैजापुर में 111 छात्र स्कूल आए थे। छात्र नंगे पांव थे। तमाम छात्र स्वेटर भी नहीं पहने हुए थे। प्रधानाध्यपिका अमृता ¨सह ने कहा कि वितरण के लिए कुछ मिला नहीं है। ऐसे में छात्र नंगे पांव आ रहे हैं।
²श्य तीन- समय दोपहर 12.30 बजे। पूर्व माध्यमिक स्कूल हलधरमऊ ऊंचे पुरवा। यहां 27 बच्चे पंजीकृत हैं, जिसमें 18 स्कूल में मौजूद थे। वह सभी खेल रहे थे। अध्यापक अमित कुमार ने बताया कि दो शिक्षकों की तैनाती है। बच्चों में वितरित करने के लिए स्वेटर व जूता-मोजा नहीं मिला है। बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा संचालित 3100 स्कूलों में यही हाल है। ठंड का कहर शुरू हो गया है लेकिन यहां पढ़ रहे 3.26 लाख छात्रों के पास जूता-मोजा व स्वेटर नहीं है। इससे वह नंगे पांव या टूटी चप्पले पहनकर स्कूल आ रहे हैं। कई छात्र फटा पुराना स्वेटर पहनकर आते हैं तो कुछ केवल शर्ट के सहारे ही ठंड से लड़ रहे हैं। विभाग का आलम यह कि यहां अभी तक स्वेटर खरीद के लिए क्रयादेश का इंतजार ही हो रहा है। वहीं जूता व मोजा की आपूर्ति हुई है लेकिन कहीं जूता पहुंचा है तो कहीं मोजा। इसके चलते विभागीय अधिकारी वितरण नहीं कर रहे हैं। बेसिक शिक्षा अधिकारी संतोष कुमार देव पांडेय ने बताया कि स्वेटर के लिए क्रयादेश नहीं मिला है। वहीं जूता-मोजा आपूर्ति पूरी तरह नहीं की गयी है।