फतेहपुर : किराए के भवन व स्कूल भवनों में संचालित हो रही आंगनबाड़ी अपने निजी भवनों पर संचालित हो इसके लिए सरकार ने जिले में 199 भवन स्वीकृत किए, आंगनबाड़ी न बनवाने पर 120 पंचायतों को नोटिस
जागरण संवाददाता, फतेहपुर : किराए के भवन व स्कूल भवनों में संचालित हो रही आंगनबाड़ी अपने निजी भवनों पर संचालित हो इसके लिए सरकार ने जिले में 199 भवन स्वीकृत किए हैं। इन भवनों को 8.84 लाख की लागत से बनाया जाना है। अंधेर इस बात की है बजट के बाद भी करीब 120 भवन आधे-अधूरे बन पाए है। सुस्त निर्माण पर सीडीओ एसपी आनंद ने इन सभी पंचायतों को नोटिस जारी कर सुस्त कार्य के लिए प्रधान, पंचायत सचिव व लेखपाल पर कार्रवाई का शिकंजा कसा है।
8.84 लाख की लागत से बनने वाली आंगनबाड़ी भवन के लिए पांच लाख रूपए मनरेगा से खर्च होने है जबकि 2.24 लाख की धनराशि जिला कार्यक्रम विभाग खर्च कर रहा है। इसी भवन में शौचालय व शौचालय में र¨नग वाटर के लिए 1.6 लाख रूपए पंचायती राज विभाग को खर्च करना है। ताजा रिपोर्ट के अनुसार मात्र 69 आवास ही पूर्ण हो पाए है। करीब 120 आंगनबाड़ी भवन आधे अधूरे पड़े है। सीडीओ एसपी आनंद ने फिनीसिंग स्तर पर अधूरे पड़े 31 और लेंटर तक बने 49 आंगनबाड़ी केंद्रों को नींव स्तर के 40 भवनों के निर्माण पर नाराजगी जताते हुए कुल 120 पंचायतों को नोटिस जारी की है। जिसको लेकर ब्लाक से गांव सभा तक हड़कंप मच गया है। जिला पंचायत राज अधिकारी अजय आनंद सरोज ने बताया कि पंचायतों को नोटिस दी गयी है।अगर फिर भी काम पूरा नहीं होता तो कर्मचारियों के साथ ही ग्राम प्रधानों की भी जिम्मेदारी फिक्स की जाएगी।
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..तो फिर कमीशन में गई राशि
- निर्माणाधीन आंगनबाड़ी केंद्रों के निर्माण में सुस्ती और मानक विहीन निर्माण खूब देखने को मिल रहा है। जैसे निर्माण में खराब ईंट, छत में कम सरिया व कम सीमेंट वाले मसाले से निर्माण हो रहे है। यह हम नहीं कर रहे बल्कि सीडीओ ने स्वयं कई केंद्रों में गुणवत्ता पर सवाल खड़ा किया है। उधर निर्माण कराने वाले जिम्मेदार नाम न छापने की शर्त पर कहते है कि जब तीन से पांच प्रतिशत की धनराशि ब्लाक स्तर पर कमीशन के रूप में खा ली गयी तो आखिर कैसे गुणवत्ता को पूरा करें।
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सीडीओ ने देखा तीन केंद्रों में निर्माण
- आंगनबाड़ी व आवासों के सुस्त निर्माण पर गुरुवार को सीडीओ एसपी आनंद ने अमेना, जबरापुर, छीछा गांव मे आंगनबाड़ी केंद्रों का निर्माण देखा। निर्माण में खामियां निकाल कर प्रधान व पंचायत सचिव को काम सही से कराने की हिदायत दी। उन्होंने कहा कि आंगनबाडी निर्माण के लिए पर्याप्त धनराशि दी जा रही है, किसी प्रकार की कटौती हुई तो जिम्मेदारों की खैर नहीं। इस मौके पर उनके साथ पीडी, उपायुक्त मनरेगा, बीडीओ व ग्राम स्तरीय कर्मचारी मौजूद रहे।
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क्या बोले जिम्मेदार..
- निर्माण समय से पूरा हो और गुणवत्ता पूर्ण हो इसके लिए जोर दिया जा रहा है। स्वीकृत धनराशि पूरी की पूरी ग्राम सभा के खाते में भेजी गयी है। अगर कोई प्रधान या कर्मचारी किसी के द्वारा कमीशन लेने की बात कही जा रही है तो वह इसकी शिकायत उनसे करें कार्रवाई की जाएगी। लेकिन सिर्फ आरोप लगाकर गुणवत्ता प्रभावित करने का साहस स्वीकार नहीं होगा।
एसपी आनंद, सीडीओ