फैजाबाद : 2000 परिषदीय स्कूलों में बनेंगे मॉडल प्रसाधन
फैजाबाद। अब कॉन्वेंट स्कूलों की तर्ज पर परिषदीय विद्यालयों में समस्त उच्चीकृत सुविधाओं युक्त मॉडल शौचालय देखने को मिलेंगे। शौचालय बदहाल होने से अब छात्र-छात्राओं को दर-दर भटकने व अनेक दिक्कतों से निजात मिलेगी। इसके लिए जिले के करीब दो हजार परिषदीय स्कूलों में मॉडल शौचालय बनाने का फरमान जारी होते ही त्वरित गति से कार्रवाई भी शुरू हो गई है। शासन की ओर से विशेष अभियान के तहत मार्च तक इन विद्यालयों में शौचालय निर्मित कराने का लक्ष्य रखा गया है।
परिषदीय स्कूलों में शौचालय बदहाली की शिकायत इन दिनों आम बात है। पानी की आपूर्ति, वॉस बेसिन आदि की अच्छी व्यवस्था न होने से ये शौचालय गंदगी से पटे हैं। इनकी बदहाली की वजह से छात्र-छात्राओं के साथ-साथ शिक्षक-शिक्षिकाओं को भी दिक्कतों से गुजरना पड़ता है। इस मूलभूत समस्या के निदान के लिए सरकार ने जिले के प्राथमिक व पूर्व माध्यमिक स्कूलों के साथ आंगनबाड़ी केंद्रों में मॉडल शौचालय बनाने का फरमान जारी किया है। इसके लिए जरूरी धनराशि का इंतजाम 14वें वित्त योजनांतर्गत ग्राम पंचायतें करेंगी। खास बात यह है कि मॉडल शौचालय बनाने में धन खर्च करने की कोई लिमिट नहीं रखी गई है।
जिले में कुल 1539 प्राथमिक विद्यालय व 573 जूनियर हाईस्कूल हैं। इनमें से ग्राम पंचायत स्तर पर दो हजार 11 ऐसे स्कूल चिन्हित किए गए हैं, जहां शौचालय नहीं हैं अथवा उपयोग के लायक नहीं रह गए हैं। यदि बने हैं तो तमाम मूलभूत सुविधाओं का टोटा है। इन्हीं स्कूलों में मॉडल शौचालय बनाने का लक्ष्य रखा गया है। इनमें से 1250 स्कूलों को शौचालय निर्माण के लिए कार्ययोजना में शामिल किया जा चुका है, जबकि 47 स्कूलों में निर्माण कार्य चल भी रहा है। जबकि करीब 34 स्कूलों में पहले से सभी सुविधाओं से युक्त शौचालय निर्मित होने का दावा किया जा रहा है। वहीं जिन स्कूलों की छात्र संख्या सौ से कम है, वहां पर एक बालक व एक बालिका शौचालय बनेंगे। जबकि जहां छात्र संख्या सौ से अधिक है, वहां पर दो-दो शौचालय बनने हेै। इसके अलावा जिन विद्यालयों में आंगनबाड़ी केंद्र स्थापित हैं, वहां पर एक अतिरिक्त शौचालय बनाया जाएगा।
इन शौचालयों में मानक के अनुसार रनिंग वाटर सप्लाई की अच्छी व्यवस्था, बच्चों को हाथ धोने के लिए वाश बेसिन लगवाने, बच्चों के लिए अच्छी सीट, बालिका शौचालय में दर्पण, पूर्व माध्यमिक विद्यालयों में हैंगर, पानी की टंकी में अच्छी टोटी व टाइल्स आदि से सुसज्जित किया जाना है। शौचालयों की अच्छे ढंग से रंगाई-पुताई भी की जानी है। इसके अतिरिक्त जहां शुद्ध पेयजल की व्यवस्था समुचित ढंग से न हो, वहां हैंडपंप रिबोर कराने व आवश्यक इंतजाम कराने के निर्देश दिए गए हैं। बालक और बालिकाओं के लिए अलग-अलग बनने वाले शौचालय के लिए धन का इंतजाम 14वें वित्त योजना के तहत किया गया है। शासन की ओर से विशेष अभियान के तहत प्राथमिकता के तौर पर मार्च माह तक इस कार्य को पूर्ण कराने का निर्देश जारी हुआ है। जिसको निर्धारित समयावधि में पूर्ण कराने के लिए विभाग में तेजी भी देखने को मिल रही है। हालांकि ग्राम पंचायत स्तर से सुस्ती के कारण निर्धारित समयावधि में लक्ष्य प्राप्त करना आसान नहीं लग रहा है।
जिला पंचायत राज अधिकारी फैजाबाद सभाजीत पांडेय ने कहा कि सभी सरकारी स्कूलों में ग्राम पंचायत द्वारा 14वें वित्त योजनांतर्गत मॉडल शौचालय बनाने के निर्देश दिए गए हैं। ग्राम पंचायत स्तर से हुए चिन्हांकन में ऐसे 2011 विद्यालय चिह्नित किए गए हैं। इसके अलावा सभी आंगनबाड़ी केंद्रों पर अतिरिक्त शौचालय बनाया जाएगा। निर्धारित समयावधि में कार्य पूर्ण कराने के लिए संबंधित कर्मचारियों को निर्देशित किया गया है।