गोण्डा : यहां अंग्रेजी शिक्षा के लिए नहीं मिल रहे मॉडल स्कूल, शासन ने शिक्षा सत्र 2018-19 में परिषदीय स्कूलों में अंग्रेजी शिक्षा लागू करने की योजना बनाई
गोंडा : शासन ने शिक्षा सत्र 2018-19 में परिषदीय स्कूलों में अंग्रेजी शिक्षा लागू करने की योजना बनाई है। इसके लिए ब्लॉकवार पांच-पांच स्कूलों को मॉडल स्कूल के रूप में चयनित करना है, जहां अंग्रेजी शिक्षा व्यवस्था से शिक्षण कार्य कराया जाएगा। अध्यापकों की तैनाती के साथ ही अन्य व्यवस्थाएं मुहैया कराई जाएंगी। उन्हीं को नजीर बनाकर ब्लॉक के अन्य अध्यापकों को भी प्रेरित किया जाएगा। ढाई माह बाद सत्र समाप्त हो रहा है लेकिन जिले में अभी तक बीईओ स्कूल नहीं खोज सके हैं।
परिषदीय स्कूलों में अंग्रेजी शिक्षा न के बराबर है। जबकि निजी शिक्षण संस्थान इसी के नाम पर संचालित हैं। ऐसे में इनकी कमर तोड़ने के लिए शासन ने अंग्रेजी स्कूल संचालित करने की योजना बनाई है। अधिकारियों को स्कूल व शिक्षक की तैनाती करने का निर्देश दिया है लेकिन यहां अधिकारी मूक बने हैं।
यह है स्कूल चयन का मानक
- 16 विकासखंडों व नगर क्षेत्रों से छात्र संख्या व सुविधाओं के आधार पर स्कूल चयनित किए जाएंगे। स्कूल मेज, बिजली, पानी व भवन की साज सज्जा बेहतर हों। शैक्षिक उन्नयन के कार्यक्रम संचालित किए जा रहे हों। ऐसे स्कूल का प्रस्ताव बीईओ को भेजना है।
स्कूल के बाद होगा अध्यापक चयन- शासन ने स्कूल चयन करने के बाद शिक्षक चयन की कार्यवाही प्रारंभ करने का निर्देश दिया है। प्राचार्य डायट की अध्यक्षता में कमेटी गठित होगी, जिसमें बीएसए सदस्य सचिव, जीआइसी में अंग्रेजी विषय के प्रवक्ता व एक विशेषज्ञ को सदस्य नामित किया जाएगा जो विद्यालय के लिए शिक्षक का चयन करेंगे।
ऐसे होगा चयन- प्रतिनियुक्ति के लिए अध्यापकों से आवेदन लिया जाएगा। 50 अंक की लिखित व इतने ही अंक की व्यक्तिगत परीक्षा होगी। आवेदन के लिए अंग्रेजी माध्यम से इंटरमीडिएट पास करने वाले ही अर्ह होंगे।
- खंड शिक्षा अधिकारियों से स्कूल की लिस्ट मांगी गयी है। स्कूल चयनित होते ही दूसरी प्रक्रिया भी शुरू कर दी जाएगी। अभी विद्यालय का नाम नहीं मिला है। इसके लिए निर्देश दिया गया है।
- संतोष कुमार देव पांडेय, बीएसए।