आजमगढ़ : उप्र माध्यमिक शिक्षा परिषद द्वारा संचालित होने वाली हाईस्कूल व इंटरमीडिएट बोर्ड परीक्षा के मद्देनजर जनपद के 38 परीक्षा केंद्रों को अति संवेदनशील घोषित किया गया
जागरण संवाददाता, आजमगढ़ : उप्र माध्यमिक शिक्षा परिषद द्वारा संचालित होने वाली हाईस्कूल व इंटरमीडिएट बोर्ड परीक्षा के मद्देनजर जनपद के 38 परीक्षा केंद्रों को अति संवेदनशील घोषित किया गया है। इन परीक्षा केंद्रों की सूची जनपद के आला अफसरों के अलावा शासन व स्टेट लेबल पर भेज दी गई है। इन परीक्षा केंद्रों पर अलग से फोर्स व स्टाफ की व्यवस्था की गई है। इसके अलावा कई सचल दस्ते भी काम करेंगे। यहां पर विभाग की विशेष नजर रहेंगी। इन केंद्रों पर सुरक्षा व्यवस्था के लिए एसपी अजय कुमार साहनी को भी पत्र लिखा गया है।
जनपद में आगामी छह फरवरी से शुरू होने वाली बोर्ड परीक्षा में कुल दो लाख 62 हजार 728 परीक्षार्थी शामिल होंगे। इसमें हाईस्कूल के एक लाख 49 हजार 166 तथा इंटरमीडिएट में एक लाख 13 हजार 562 परीक्षार्थी शामिल होंगे। इसमें हाईस्कूल संस्थागत बालकों की संख्या 86063, बालिका 56453 हैं। इसी प्रकार इंटरमीडिएट में संस्थागत बालक 57359 व बालिका 50839 हैं। इसके अलावा हाईस्कूल व्यक्तिगत छात्रों की संख्या 6650 व इंटरमीडिएट व्यक्तिगत छात्रों की संख्या 5364 है।
जनपद में कुल 314 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। ऐसे में सभी विद्यालयों पर सीसी टीवी कैमरा लगाया जाना जरूरी है। यह भी है कि परीक्षा के दौरान यह पूरी तरह से आनलाइन रहेगा। डीआइओएस कार्यालय में मंगलवार को परीक्षा की तैयारियों व केंद्र को लेकर बहस होती रही। ग्रामीण क्षेत्र से आए परीक्षा केंद्रों के परीक्षक अपने-अपने केंद्र के बारे में जानकारी लेते रहें। परीक्षा नजदीक आते ही गहमा-गहमी शुरू हो गई है।
----------------
जीजीआइसी में दो दिन पहले लगेगा कैमरा
आजमगढ़ : शहर के जीजीआइसी सहित अन्य परीक्षा केंद्रों पर बंदरों का आतंक है। इसलिए इन विद्यालयों की प्रधानाचार्यों ने डीआइओएस से दावा किया है कि उनके यहां कैमरा आकर रख दिया गया है। परीक्षा तिथि से दो दिन पहले ही इसे चालू कर दिया जाएगा। इन परीक्षा केंद्रों पर बंदर आएदिन उछल कूद करते रहते हैं। बिना सीसी टीवी कैमरे के कोई भी परीक्षा केंद्र नहीं वंचित रहेगा।
--------------
314 परीक्षा केंद्र पर सीसी टीवी कैमरा लगाने का आदेश पहले से ही दिया जा चुका है। परीक्षा हर हाल में सीसी टीवी कैमरे की नजर में होगी। परीक्षा को शांतिपूर्ण व नकलविहीन संपन्न कराना उनका मकसद है।
- डा. वीके शर्मा, जिला विद्यालय निरीक्षक।