लखनऊ : रंगारंग कार्यक्रमों के बीच धूमधाम से मना 69वां गणतंत्र दिवस
वरिष्ठ संवाददाता, लखनऊ । उमंग, उल्लास और शहनाई की धुन के बीच 69वां गणतंत्र दिवस लखनऊ में रंगारंग कार्यक्रमों के बीच धूमधाम से मनाया गया। सुबह से ही परेड देखने वालों की भीड़ सड़क पर जमा होने लगी। विधानभवन के सामने भी शुक्रवार को इस गौरवपूर्ण समारोह की हर कोई बारीकी से झलक लेने को आतुर दिखा।
गणतंत्र दिवस परेड की छटा निहारने के लिए चारबाग से लेकर केडी सिंह बाबू स्टेडियम तक सड़क के दोनों ओर रंग-बिरंगे परिधानों में बच्चे, बूढ़े और जवानों का उत्साह दिखाई दिया। इस मौके पर शानदार, सुखद, गौरवपूर्ण और भव्य दृश्यों की साक्षी बनी परेड जीवन भर के लिए यादगार बन गई। गणतंत्र दिवस का कार्यक्रम देखने के लिए लोगों में उत्साह देखते ही बना। वहीं, प्रदर्शनी और झांकियों की फोटो खींचने के लिए भी लोगों में होड़ लगी रही।
राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने देशवासियों को हृदय से बधाई दी। विधानसभा के सामने राज्यपाल राम नाईक ने तिरंगा फहराया। राज्यपाल ने देशवासियों को गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि 68 साल बाद यूपी दिवस मनाया गया। हमारा उद्देश्य है कि जल्द से जल्द इनका लाभ जनता को मिले। इस मौके पर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ ने कई योजनाओं की घोषणा की। इससे पूर्व मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ ने अपने सरकारी आवास पर ध्वजारोहण कर गणतंत्र दिवस की बधाई दी। उन्होंने सभी को हृदय से बधाई दी। उन्होंने कहा कि समता, न्याय और आपसी सद्भाव हमारे संविधान का मूल मंत्र है। राज्यपाल राम नाईक ने झण्डा रोहण के बाद सलामी ली। मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ, उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा, कैबिनेट मंत्री डॉ. रीता बहुगुणा जोशी समेत विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारी व उनके परिवारीजन भी मौजूद रहे। इसके बाद परेड की शुरुआत भारतीय सेना के आधुनिक शस्त्रों के प्रदर्शन से हुई। जिसमें अपनी भारतीय सेना की ताकत देखते ही बनी। सैनिकों ने अपनी शानदार और अनुशासन से भरी परेड के माध्यम से देश के लोगों को फिर से अपने शौर्य और वीरता की याद दिला दी।
2018 परेड की कमान का नेतृत्व लेफ्टिनेंट कर्नल रजत सिंह पवर ने किया
नेतृत्व परेड कमाण्डर लेफ्टिनेंट कर्नल रजत सिंह पवर कर रहे थे। उनके पीछे 48 आर्मड रेजीमेंट टी-90 टैंक भीष्मा चल रहा था। तो उसके पीछे-पीछे लोगों को 14 गार्डस को बीएमपी-आईसीवी, लाइट फील्डगन, मोरटार, सर्वत्र ब्रिज, पीएमएस ब्रिज, जैमर व्हिकल के साथ ही एंटी टैंक गाइडेट मिसाइल, ऑटोमैटिक ग्रेनेड लांचर और मीडियम मशीनगन भी देखने को मिली। सेना की विभिन्न टुकड़ियों के मार्च पास्ट प्रस्तुत किया। जिसमें 2/11 गोरखा राइफल्स की पुरुष टुकड़ी आई जिनके पीछे चल रहा था एमएमसी सेंटर और डोगरा रेजीमेंट सेंटर का ब्रास बैंड चल रहा था। 'यहां डाल डाल पर सोने की चिड़ियां करती हैं बसेरा, यह भारत देश है मेरा' धुन देशभक्ति की अलख जगा रही थी। इसके बाद तो आठ कुमायूं, केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल, सशस्त्र सीमा बल, यूपी पुलिस, पीएसी बटालियन, यूपी होमगार्ड्स, एनसीसी ने भी मार्च पास्ट किया।
सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने बनाया महौल
बिहार, उत्तराखंड, राजस्थान, हरियाणा, मध्यप्रदेश व अरुणाचल प्रदेश के लोक नृत्य कलाकारों की टोलियों ने नृत्य कला का अद्भुत नजारा पेश किया। 'सारे जहां से अच्छा हिन्दुस्तां हमारा', 'कदमों से कदम जब मिलते हैं' बोलों पर बच्चों के आकर्षक नृत्य ने देशभक्ति और सीमा पर तैनात सैनिकों के गौरवपूर्ण इतिहास को याद कराया तो गुजराती गरबा नृत्य ने भी सबका दिल जीत लिया। 'है तुझे सलाम इंडिया, भारत अनोखा राग है, स्वच्छ गंगा निर्मल गंगा और वंदेमातरम' धुनों और देशभक्ति के गीतों पर स्कूली छात्र-छात्राओं की ओर से प्रस्तुत सांस्कृतिक कार्यक्रम देखते ही बने।
उत्तराखंड, अरुणांचल प्रदेश और बिहार पुलिस भी मार्च पास्ट में दिखी
इस बार परेड की खासियत यह रही कि उत्तराखंड, अरुणांचल प्रदेश और बिहार पुलिस की टुकड़ी ने इस बार परेड में भाग लिया। मंच से इसके बारे में जब बताया गया तो दर्शक इनके मार्चपास्ट को ध्यान से देखते नजर आये।
परेड के बदले मार्ग पर दिखाई दिया अधिक उत्साह
मेट्रो निर्माण कार्य के चलते इस बार भी परेड का मार्ग बदला था। यहां परेड की झलक पाने वालों का उत्साह अधिक नजर आया। बासमंडी और लालकुआं से होकर जब परेड निकली तो सड़क के दोनों ओर बने घरों, होटलों और संस्थानों पर लोग इस नजारे को देखने के लिए चढ़ गए। इस बार चारबाग रेलवे स्टेडियम के सामने बाल विद्यामन्दिर से शुरू होकर चारबाग पुल ओवरब्रिज के पास तिराहे से दाहिने मोहन होटल के सामने से निकली। बासमण्डी चौराहे से दाहिने होते हुए गुरू गोबिन्द सिंह मार्ग लालकुआं चौराहा होते हुए महाराणा प्रताप चौराहा पहुंची। यहां से बर्लिंगटन (हुसैनगंज) चौराहा से होते हुए बापू भवन (रायल होटल) से विधान सभा के सामने से हजरतगंज चौराहा की ओर बढ़ी। यहां से बाएं होते हुए केडी सिंह बाबू स्टेडियम तक जाकर समाप्त हुई।
स्वच्छता, मतदाता जागरुकता का संदेश दे गईं झाकियां
इस बार गणतंत्र दिवस की परेड में झाकियां स्वच्छता, मतदाता जागरुकता के साथ सरकार की योजनाओं का भी संदेश दे गईं। राजकीय निर्माण निगम, वन विभाग, इरम एजुकेशनल सोसाइटी, सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग, सिटी मोंटेसरी स्कूल, अमीनाबाद इंटर कॉलेज, मुख्य निर्वाचन अधिकारी, पावर कारपोरेशन, लखनऊ पब्लिक स्कूल, एलडीए, पर्यटन विभाग, उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण, पंचायती राज, परिवहन और स्वास्थ्य विभाग की झांकियां देखते ही बनीं।