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फतेहपुर : 70 प्राथमिक स्कूलों का अंग्रेजी माध्यम से होगा संचालन

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फतेहपुर : 70 प्राथमिक स्कूलों का अंग्रेजी माध्यम से होगा संचालन

जागरण संवाददाता, फतेहपुर : प्राथमिक विद्यालयों में पढ़ने वाले बच्चों को अब अंग्रेजी माध्यम की शिक्षा से लैस किया जाएगा। नए सत्र के शुरू होने के बाद जिले के 2650 विद्यालयों में 70 विद्यालयों में पढ़ने वाले बच्चे अभिवादन में सुबह पहर गुड मार्निंग का कलरव बिखेरेंगे। इन तमाम दैनिक क्रियाकलापों के साथ नौनिहाल अंग्रेजी माध्यम की शिक्षा पा सकेंगे। नए सत्र से शुरू होने वाले इस विशेष शैक्षिक अभियान के लिए स्थानीय स्तर पर कवायद शुरू हो गई है।

शासन के निर्देश पर जिले के 70 विद्यालयों में पहली अप्रैल से अंग्रेजी माध्यम की शिक्षा दी जाएगी। स्कूलों के चयन की प्रक्रिया शुरू हो गई है। बेसिक शिक्षा सचिव संजय सिन्हा ने बीएसए को निर्देशित किया है कि शासन के आदेश पर अंग्रेजी माध्यम से शिक्षा दिए जाने के लिए काम शुरू कर लिया जाए। हरहाल में अंग्रेजी शिक्षा दिए जाने के लिए प्रक्रिया पूरी कर ली जाए। जिससे कि गांवों से ताल्लुक रखने वाले बच्चे भी कांवेंट की तर्ज पर शिक्षित-दीक्षित हो सके। बीएसए शिवेंद्र प्रताप ¨सह ने बताया कि जिले के 70 प्राथमिक विद्यालयों में अंग्रेजी माध्यम की शिक्षा दिए जाने का शासनादेश मिला है। जिसकी प्रक्रिया समय रहते पूरी कर ली जाएगी। नए सत्र से इन विद्यालयों को कांवेंट की तर्ज पर संचालित किया जाएगा।

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हर ब्लाक में खोले जाएंगे पांच अंग्रेजी माध्यम के स्कूल

- अंग्रेजी शिक्षा के बढ़ते लगाव को देखते हुए शासन ने हर ब्लाक में 5 स्कूल खोलने का निर्णय लिया है। ब्लाकों में विद्यालयों के चयन के लिए बीएसए के द्वारा शासन का हवाला देते हुए खंड शिक्षाधिकारियों को पत्र लिखा गया है। खंड शिक्षाधिकारी स्कूलों की सूची देंगे और इन विद्यालयों का बीएसए द्वारा उपयुक्तता के लिए परीक्षण कराया जाएगा। इसके बाद पूरे जिले में बनने वाली 70 विद्यालयों की सूची में नाम शामिल हो सकेगा।

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योग्यता रखने वाले शिक्षक-शिक्षिकाओं का होगा साक्षात्कार

- अंग्रेजी माध्यम की शिक्षा प्राथमिक विद्यालयों से दिए जाने को लेकर शिक्षक-शिक्षिकाओं का चयन किया जाएगा। शासन के नियमानुसार अंग्रेजी की प्रवीणता रखने वालों का परीक्षण होगा। परीक्षण के लिए जिले में एक चयन किया जाएगा जिसके आधार नियमों का पालन करते हुए लिखित परीक्षा होगी। परीक्षा पास करने के बाद जिला चयन कमेटी द्वारा साक्षात्कार होगा। इस चयन समिति में डीएम, सीडीओ जैसे अफसर भी शामिल होंगे।

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जिले में इसके पूर्व चल रहे थे दो अंग्रेजी स्कूल

- जिले के नगर क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय मसवानी एवं बहुआ ब्लाक के प्राथमिक विद्यालय करसूमा को आदर्श विद्यालय का दर्जा दिया है। इन विद्यालयों में तत्कालीन बीएसए ओपी त्रिपाठी ने इन प्राथमिक विद्यालयों को अंग्रेजी के माध्यम से संचालित कराया जा रहा है। योजना के क्रियान्वयन के समय पांच विद्यालयों में इस माध्यम से विद्यालय संचालित करने थे लेकिन बीएसए के स्थानांतरण हो जाने के बाद प्रयोग के तौर पर दो विद्यालयों में इसे लागू किया गया था। जो मौजूदा समय में भी संचालित हो रहे हैं।

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