सीतापुर : कई वर्ष पहले बंद हो चुके ग्राम शिक्षा निधि के खातों के जरिये सरकारी धनराशि की जमकर धांधली की गई, एक स्कूल में ग्राम शिक्षा निधि के दो खाते!
संवादसूत्र, सीतापुर : कई वर्ष पहले बंद हो चुके ग्राम शिक्षा निधि के खातों के जरिये सरकारी धनराशि की जमकर धांधली की गई थी। एक विद्यालय में एक ही खाता संचालित किया जाता है, लेकिन बिसवां ब्लॉक के उच्च प्राथमिक विद्यालय स्योढ़ा में ग्राम शिक्षा निधि के दो खातों पर सरकारी धनराशि भेजी गई थी। इसका खुलासा ‘दैनिक जागरण’ की पड़ताल में हुआ है। दरअसल वर्ष 2012 में तत्कालीन बीएसए के आदेश से बाउंड्रीवाल निर्माण के लिए जिस खाते धनराशि स्थानांतरित की गई थी, बीआरसी के अभिलेखों में वह खाता संख्या है ही नहीं। दो खातों का संचालन होने के खुलासे से विभाग में हड़कंप मचा है। 1बिसवां ब्लॉक के उच्च प्राथमिक विद्यालय स्योढ़ा का चार्ज चर्चित शिक्षक मनोज वर्मा के पास कई वर्ष रहा। वर्ष 2012 में तत्कालीन बीएसए राकेश कुमार श्रीवास्तव ने इलाहाबाद यूपी ग्रामीण बैंक जहांगीराबाद के प्रबंधक को पत्र भेजा था। जिसमें प्राथमिक विद्यालय गोधनी सरैंया के खाते से उच्च प्राथमिक विद्यालय स्योढ़ा के खाता संख्या 9090 में बाउंड्रीवाल के निर्माण के लिए एक लाख 98 हजार 900 रुपये स्थानांतरित करने को कहा था। निर्माण संबंधी धनराशि उस समय ग्राम शिक्षा निधि के खाते में भेजी जाती थी। 1खाते से धनराशि निकाले जाने के बाद भी बाउंड्रीवाल का निर्माण नहीं कराया गया था। ‘दैनिक जागरण’ ने इसका खुलासा किया तो 180 मीटर बाउंड्रीवाल का निर्माण दिसंबर 2016 में कराया गया था।1हैरानी तो उस समय हुई जब ‘दैनिक जागरण’ के पास बीआरसी में मौजूद ग्राम शिक्षा निधि का खाता संख्या उच्च प्राथमिक विद्यालय स्योढ़ा का खाता संख्या 9400 निकला। ऐसे में जाहिर है कि इस विद्यालय में ग्राम शिक्षा निधि के दो खाते संचालित किए गए। ऐसे में आशंका जताई जा रही है कि कई और विद्यालयों में दो खाते संचालित करके सरकारी धनराशि का गबन किया गया है। बैंक में खाता खुलवाने के लिए बीईओ की अनुमति की आवश्यकता होती है। ऐसे में इस बात की भी संभावना है कि तत्कालीन बीईओ भी इस पूरे खेल में शरीक हैं।