बांदा : स्वेटर की कीमत सुन शिक्षकों का पारा गर्म, बेसिक विद्यालयों में अध्ययनरत छात्रों को स्वेटर मिलने के लिए प्रदेश स्तर से टेंडर की उम्मीद नहीं,
जागरण संवाददाता, बांदा: बेसिक विद्यालयों में अध्ययनरत छात्रों को स्वेटर मिलने के लिए प्रदेश स्तर से टेंडर की उम्मीद नहीं है। अब विद्यालय स्तर से ही स्वेटरों की खरीदारी का निर्णय लिया गया है। खास बात ये है कि शासन ने विद्यालय के शिक्षकों को दो सौ रुपये प्रति छात्र स्वेटर की खरीदारी करने का फरमान जारी किया गया है। स्वेटर की खरीदददारी व वितरण की जिम्मेदारी प्राथमिक, उच्च प्राथमिक विद्यालय के स्कूल प्रबंध समिति के अध्यक्ष व प्रधानाध्यापक और दो नामित सदस्य को दी गई है। जिससे शिक्षकों में खासा आक्रोश देखा जा रहा है। राष्ट्रीय शैक्षिक संघ के जिलाध्यक्ष बीरेंद्र पटेल का कहना है कि महंगाई के इस दौर में स्वेटर के लिए दो सौ रुपए कम हैं। उन्होंने स्वेटर की राशि को 300 रुपये प्रति छात्र बढ़ाने की मांग की है। इनका कहना है कि शिक्षा विभाग को किसी भी स्वेटर निर्माता कंपनी ने स्वेटर देने से मना कर दिया तो यह जिम्मेदारी विद्यालयों के शिक्षकों को दे दी गई है। अधिकारियों ने यह काम शिक्षकों को देकर अपनी पीठ थपथपा ली है। प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष आशुतोष त्रिपाठी का कहना है कि जब सरकार 200 रुपए में स्वेटर नहीं ले सकी तो वह शिक्षकों से 200 रुपए में स्वेटर खरीदने की अपेक्षा क्यों कर रही है। उन्होंने कहा कि अधिकारियों ने जानबूझ कर यह बवाल शिक्षकों पर डाल दिया है। कमरतोड़ महंगाई में महज दो सौ रुपए में स्वेटर की खरीददारी बेहद कठिन है। दूसरा यदि स्वेटर की गुणवत्ता खराब होती है तो शिक्षकों को अनावश्यक बलि का बकरा बनाया जाएगा। उन्होंने विद्यालय स्तर पर स्वेटर खरीद के फरमान को वापस लिए जाने व खरीद शासन स्तर पर ही कराए जाने की मांग की है। इस संबंध में बेसिक शिक्षाधिकारी वीरेंद्र प्रताप ¨सह का कहना कि शासन ने विद्यालय स्तर पर एक माह के अंदर
स्वेटर वितरण के आदेश जारी किए हैं। जनवरी के अंत तक सभी विद्यालयों में स्वेटर का वितरण करा दिया जाएगा। स्वेटर की खरीददारी शासन द्वारा निर्धारित धनराशि में ही कराई जाएगी।