फर्रुखाबाद : बर्खास्त शिक्षक, महिला मित्र व उसकी पुत्री के खिलाफ रिपोर्ट
फर्रुखाबाद : पैसे के लालच में एक भाई हैवान बन गया। साथ ही उसकी महिला मित्र व उसकी पुत्री ने भी इंसानियत को तार-तार किया। तीनों आरोपियों ने अपनी संवेदनाओं की हत्या कर दुर्गा को वेदना देने में कोई कसर नहीं छोड़ी। उन्होंने न सिर्फ दुर्गा को प्रताड़ित किया, बल्कि छह साल तक उसे बाथरूम में कैद रखा। उसे नशे के इंजेक्शन दिए। भीषण सर्दी में उसे गर्म कपड़े नहीं दिए। आरोपियों की इसके पीछे मंशा ये थी कि दुर्गा की मौत हो जाए ताकि उसके हिस्से का पैसा भाई को मिल जाए। मगर इतने जुर्म सहने के बाद भी दुर्गा जीवित रही, हालांकि उसकी शारीरिक और मानसिक स्थिति जरूर बिगड़ गई। उसका उपचार प्राईवेट अस्पताल में चल रहा है।
पुलिस ने तीनों आरोपियों पर दर्ज किया केस
बहन को बंधक बनाकर उत्पीड़न करने व मरणासन्न स्थिति में पहुंचा देने के आरोप में पुलिस ने शुक्रवार को तीनों आरोपियों उसके भाई बर्खास्त शिक्षक जितेंद्र सक्सेना, उसकी महिला मित्र उमा मिश्रा पत्नी राजेश मिश्रा उर्फ ब्रह्मा व उमा की पुत्री पूनम के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। रिपोर्ट के अनुसार जितेंद्र शराब पीने व जुआ खेलने का आदी है। उसने उमा व उसके तीन बच्चों को अपने घर में ही शरण दे रखी है। जितेंद्र की मां सुधा सक्सेना शिक्षिका थीं। उनकी मौत के बाद जितेंद्र व उमा ने संपत्ति के अलावा फंड व जेवर हड़प लिए। इस पर दुर्गा का भी बराबर का अधिकार था। आरोपी भूमिगत हो गए हैं। चाचा की तहरीर पर हुई कार्रवाई में खुलासा किया गया कि अस्पताल में भर्ती पीड़िता अंग्रेजी से एमए है और उसने संगीत से प्रभाकर की उपाधि ले रखी है।
क्या है मामला
मऊदरवाजा थाना क्षेत्र के मोहल्ला सुभाषनगर निवासी स्व. सुधीर कुमार सक्सेना की पुत्री दुर्गा सक्सेना को अधिकारियों के आदेश पर उसके घर से ही बदहवासी की हालत में दो दिन पूर्व घर से कैद मुक्त किया गया था। चाचा सुनील कुमार सक्सेना ने भतीजी दुर्गा को भाई द्वारा बंधक बनाए जाने की शिकायत की थी। दुर्गा का नर्सिंगहोम में इलाज चल रहा है। वह अभी बातचीत करने की स्थिति में नहीं है।
बाथरूम में कैद रखा छह साल, नशे के इंजेक्शन दिए
दुर्गा को आरोपी बाथरूम में छह वर्ष तक बंधक बनाए रहे। उसे नशे के इंजेक्शन दिए गए। विरोध करने पर उसे पीटा गया। पड़ोसियों के विरोध करने पर आरोपी उन्हें मुकदमे में फंसाने की धमकी देते थे। उन्होंने तीन जनवरी को दुर्गा पर हो रहे अत्याचार के संबंध में डीएम व एसपी को अवगत कराया। इसी के बाद पुलिस की मौजूदगी में दुर्गा को मुक्त कराया गया था। थाना प्रभारी भुवनेश कुमार ने बताया कि मुकदमे की विवेचना शुरू कर दी गई है। आरोपियों की तलाश की जा रही है।