लखनऊ : यूपी बोर्ड परीक्षाओं पर एटीएस और एसटीएफ की रहेगी निगाह
हिन्दुस्तान टीम, लखनऊ
- जिलाधिकारी ने डीआईओएस समेत सभी केंद्र व्यवस्थापकों के साथ की बैठक, नकल विहीन परीक्षा करवाने के दिए सख्त निर्देश - नकल होने की स्थिति में केंद्र व्यवस्थापकों पर होगी कार्रवाई, लापरवाही नहीं होगी बर्दाश्त लखनऊ। कार्यालय संवाददातायूपी बोर्ड परीक्षाओं पर एसटीएफ और एटीएस की भी निगाह रहेगी। यह निर्णय सोमवार को जिलाधिकारी ने डीआईओएस और परीक्षा केंद्रों के व्यवस्थापकों के साथ हुई बैठक में लिया। जिलाधिकारी ने सभी केंद्र व्यवस्थापकों को सीधेतौर पर कहा कि जिस सेंटर पर नकल की शिकायत मिली तो उसके जिम्मेदार व्यवस्थापक ही होंगे। इसलिए किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। बैठक में केंद्र व्यवस्थापकों ने परीक्षाओं की तैयारियों की रिपोर्ट प्रस्तुति की। जिसमें पता चला कि बहुत से ऐसे परीक्षा केंद्र हैं जहां पर अभी भी सीसीटीवी कैमरे नहीं लग सके हैं। इस पर जिलाधिकारी ने केंद्र व्यवस्थापकों को फटकार लगाई। साथ ही निर्देश दिया कि 15 जनवरी तक सभी परीक्षा केंद्रों के प्रत्येक कमरों में सीसीटीवी कैमरे लग जाने चाहिए। बैठक के बाद डीआईओएस डॉ. मुकेश कुमार सिंह ने सभी केंद्रों पर लिखित आदेश भी भेज दिया है। जिसमें कहा गया है कि 15 तारीख के तैयारियों को परखने के लिए केंद्रों का निरीक्षण किया जाएगा। अगर खामियां मिली तो रिपोर्ट प्रशासन को भेजी जाएगी। पुलिस-प्रशासन रहेगा मुस्तैद डीआईओएस ने बताया कि परीक्षा केंद्रों पर पर्याप्त पुलिस बल की तैनाती की जाएगी। साथ ही जिलाधिकारी व अन्य प्रशासनिक अफसर परीक्षाओं की निगरानी करेंगे। नकल विहीन परीक्षा के लिए वह परीक्षा केंद्रों का दौरा भी करेंगे। पुलिस, प्रशासन और शिक्षा विभाग नकल विहीन परीक्षा पूरी करवाने के लिए हर संभव प्रयास में जुटे हैं। मूलभूत सुविधाएं हों उपलब्धबैठक में केंद्र व्यवस्थापकों को निर्देश दिया गया है कि केंद्रों पर फर्नीचर, पानी, बिजली और शौचालय की व्यवस्था दुरुस्त कर लें। जिससे परीक्षार्थियों को किसी तरह की समस्या का सामना न करना पड़े। मेडिकल की जांच करेगी कमेटी परीक्षाओं के दौरान ड्यूटी पर तैनात शिक्षकों को छुट्टी के लिए कड़ी प्रक्रिया के तहत गुजरना होगा। अगर कोई शिक्षक बीमार है तो उसके मुख्य चिकित्सा अधिकारी से मेडिकल प्रमाण पत्र उपलब्ध करवाना होगा। बाद में एक विशेष कमेटी इस प्रमाण पत्र की जांच कर इसका सत्यापन करेगी। उसके बाद ही शिक्षकों को छुट्टी मिल सकेगी। डीआईओएस का कहना है कि आमतौर पर शिक्षक बहाना कर अवकाश लेते रहे हैं, इससे परीक्षाओं में काफी दिक्क्त हो जाती है।