सिद्धार्थनगर : प्रदेश में पहली बार मान्यता प्राप्त मदरसों में हिन्दू पर्वों को भी अवकाश तालिका में शामिल किया गया, मदरसों में भी दशहरा, दीपावली व रक्षाबंधन की छुट्टी
सिद्धार्थनगर : प्रदेश में पहली बार मान्यता प्राप्त मदरसों में ¨हदू पर्वों को भी अवकाश तालिका में शामिल किया गया है। इनमें बुद्ध पूर्णिमा, रक्षाबंधन, महानवमी, दीपावली व दशहरा भी है। इन पर्वों के दिन सरकारी तौर से अवकाश घोषित होने के बाद से निश्चय ही सामाजिक समरसता को बढ़ावा देने का कार्य किया गया है। अभी तक अधिकृत रूप से सिर्फ होली पर्व पर ही अवकाश हुआ करता था।
प्रदेश में योगी आदित्य नाथ की अगुवाई में भाजपा की सरकार बनने के बाद पहली बार सूबे के मान्यता प्राप्त मदरसों के लिए जारी अवकाश तालिका में मुस्लिम पर्व के साथ ही ¨हदुओं से जुड़े त्योहारों पर भी विशेष ख्याल किया है। बुद्ध पूर्णिमा, महानवमी, दशहरा, रक्षाबंधन व दीपावली जैसे पर्व पर मदरसों में पढ़ाई होती थी, यह अलग बात थी कि इन अवसरों पर पढ़ने वाले बच्चे व शिक्षक की उपस्थिति नहीं हो पाती थी। अब अवकाश तालिका में शामिल किए जाने से इन्हें ऐसे त्योहारों में परिवार के साथ खुशियां बनाने का भरपूर समय मिलेगा। सदर तहसील के करीमपुर स्थित मदरसा में बतौर विज्ञान शिक्षक कार्यरत विजय नारायन ¨सह का कहना है कि इन पर्वों में प्रबंध तंत्र द्वारा सहूलियत मिलती थी, पर सरकारी छुट्टी के रूप में निश्चय ही सरकार ने ¨हदू-मुस्लिम समाज के संवाहक बने मदरसों में सामाजिक समरसता का संदेश दिया है। जनपद के निवासी व आल इंडिया मदरसा मार्डन टीचर एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष अख्तर कमाल मेकरानी कहते हैं कि सरकार की नई पहल से खुशी हुई है, पर रमजान माह के दौरान मिलने वाले अवकाश में कटौती करने से मायूसी भी हाथ लगी है। रजिस्ट्रार उप्र मदरसा शिक्षा परिषद लखनऊ की ओर से जारी अवकाश तालिका की पुष्टि करते हुए जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी आशुतोष पांडेय ने बताया कि समस्त अनुदानित, गैर अनुदानित मान्यता प्राप्त अरबी फारसी मदरसों के प्रबंधकों व प्रधानाचार्यों को भेजकर अवकाश तालिका के अनुसार पठन-पाठन कार्य करने के लिए निर्देशित किया गया है।