सम्भल : एप बताएगा कहां हैं अधिकारी और शिक्षक, अब बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारी व शिक्षक निरीक्षण की फर्जी रिपोर्ट देकर शासन को गुमराह नहीं कर पाएंगे
सम्भल : अब बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारी व शिक्षक निरीक्षण की फर्जी रिपोर्ट देकर शासन को गुमराह नहीं कर पाएंगे क्योंकि निरीक्षण करते ही अधिकारियों व शिक्षकों को बनाए जा रहे एप पर पूरा विवरण डालना होगा। जिससे शासन को पता चल सके कि अधिकारी निरीक्षण कर रहे हैं या नहीं। शासन व अधिकारी एप के जरिए शिक्षकों की लोकेशन पता कर सकते है। शिक्षकों को भी स्कूल पहुंचते ही एप के जरिए अपनी उपस्थिति लगानी होगी। जल्द ही इस एप का प्रयोग होना शुरू हो जाएगा। इस एप की विशेषता है कि वह सभी सूचना बेसिक शिक्षा विभाग के कंट्रोल रूम को मुहैया करा देगा। वहां से इसकी मानीट¨रग कभी भी की जा सकती है।
बेसिक शिक्षा विभाग की व्यवस्था सुधारने के तमाम प्रयास किए जा रहे हैं। इसके लिए शासन कुछ माह पहले एक निर्देश जारी किया था। जिसके तहत बीएसए को हर माह दस विद्यालयों का निरीक्षण करना होता था जबकि एबीआरसी को 25 और खंड शिक्षा अधिकारियों को बीस विद्यालयों के निरीक्षण करने के आदेश दिए थे, लेकिन अधिकांश अधिकारी कार्यालय में बैठकर ही फर्जी चे¨कग रिपोर्ट भर कर शासन को भेज रहे थे। इसके चलते परिषदीय विद्यालयों की व्यवस्था सुधर नहीं पा रही थी। व्यवस्था सुधारने और अधिकारियों की लापरवाही को देखते हुए शिक्षा विभाग एक निरीक्षण एप के नाम से एप बनाने की तैयारी कर रहा है। अगर विभाग के अधिकारियों की माने तो यह एप बनकर तैयार हो गया है। इस एप के माध्यम से शासन शिक्षक और अधिकारियों की लोकेशन लेता रहेगा। जब भी कोई अधिकारी किसी विद्यालय का निरीक्षण करने के लिए जाएगा तो उसे एप पर विद्यालय का फोटो व निरीक्षण के दौरान मिली कमियां एप पर अपलोड करनी होगी। वहीं शिक्षकों को भी स्कूल जाने की टाइ¨मग के अलावा सभी छोटी बड़ी कमियां एप के माध्यम से अधिकारियों व शासन को जानकारी देनी होगी। वही अगर कोई शिक्षक छुट्टी लेना चाहता है तो उसे एप के माध्यम से ही छ़ुट्टी के लिए आवेदन करना होगा। एक सप्ताह पहले इलाहाबाद में एबीआरसी को दिए प्रशिक्षण में इस एप का भी उन्हें प्रशिक्षण देते हुए जानकारी दी है।
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एप की जानकारी तो हुई लेकिन अभी तक कोई शासनादेश नहीं आया है।
सुनील कुमार सक्सेना, खंड शिक्षा अधिकारी