एक छत के नीचे 'प्राइमरी का मास्टर' से जुड़ी शिक्षा विभाग
की समस्त सूचनाएं एक साथ

"BSN" प्राइमरी का मास्टर । Primary Ka Master. Blogger द्वारा संचालित.

जनपदवार खबरें पढ़ें

जनपदवार खबरें महराजगंज लखनऊ इलाहाबाद प्रयागराज गोरखपुर उत्तर प्रदेश फतेहपुर सिद्धार्थनगर गोण्डा बदायूं कुशीनगर सीतापुर बलरामपुर संतकबीरनगर देवरिया बस्ती रायबरेली बाराबंकी फर्रुखाबाद वाराणसी हरदोई उन्नाव सुल्तानपुर पीलीभीत अमेठी अम्बेडकरनगर सोनभद्र बलिया हाथरस सहारनपुर बहराइच श्रावस्ती मुरादाबाद कानपुर अमरोहा जौनपुर लखीमपुर खीरी मथुरा फिरोजाबाद रामपुर गाजीपुर बिजनौर बागपत शाहजहांपुर बांदा प्रतापगढ़ मिर्जापुर जालौन चित्रकूट कासगंज ललितपुर मुजफ्फरनगर अयोध्या चंदौली गाजियाबाद हमीरपुर महोबा झांसी अलीगढ़ गौतमबुद्धनगर संभल हापुड़ पडरौना देवीपाटन फरीदाबाद बुलंदशहर

Search Your City

इलाहाबाद : उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षक संघ ने सोमवार को जिलाधिकारी को सौंपे ज्ञापन में दो सौ रुपये में बच्चों के लिए स्वेटर खरीदने पर असमर्थता व्यक्त की

0 comments

इलाहाबाद : उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षक संघ ने सोमवार को जिलाधिकारी को सौंपे ज्ञापन में दो सौ रुपये में बच्चों के लिए स्वेटर खरीदने पर असमर्थता व्यक्त की

जागरण संवाददाता, इलाहाबाद : उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षक संघ ने सोमवार को जिलाधिकारी को सौंपे ज्ञापन में दो सौ रुपये में बच्चों के लिए स्वेटर खरीदने पर असमर्थता व्यक्त की। शिक्षकों का कहना है कि शासनादेश में स्वेटर का प्रस्ताव शिक्षकों के लिए चुनौती बन चुका है। शिक्षकों का कहना है कि प्रदेश सरकार ने अपने स्तर से स्वेटर की खरीदारी के लिए एक बार में पैसा स्वेटर बनाने वाली फर्म को देने का फैसला किया था। नई व्यवस्था के अंतर्गत अध्यापकों ओर प्रबंध समिति को आधा पैसा पहले और आधा पैसा बाद में देने की बात कही गई है। इस व्यवस्था से कोई भी दुकानदार स्वेटर देने के लिए तैयार नहीं है। बेसिक शिक्षा विभाग में अधिकारी निरंतर स्वेटर वितरण के लिए दबाव बना रहे हैं। हालात ये हैं कि जनपद में अभी तक स्वेटर का पैसा नहीं आया है। शिक्षक बिना पैसे के स्वेटर कैसे वितरित करें। जिलाध्यक्ष देवेंद्र श्रीवास्तव का कहना है कि स्वेटर की गुणवत्ता के लिए जो मानक निर्धारित किए गए हैं उसके अनुरूप किसी भी कंपनी ने उत्पाद बनाए ही नहीं है। नामचीन कंपनियां भी स्वेटर का रंग एवं रोवें न निकलने की कोई गारंटी नहीं दे रहे हैं।

200 रूपये में स्वेटर खरीदने बेहाल शिक्षकों ने डीएम से लगाई गुहार

राज्य ब्यूरो इलाहाबाद : उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षक संघ ने सोमवार को जिलाधिकारी को सौंपे ज्ञापन में दो सौ रुपये में बच्चों के लिए स्वेटर खरीदने पर असमर्थता व्यक्त की। शिक्षकों का कहना है कि शासनादेश में स्वेटर का प्रस्ताव शिक्षकों के लिए चुनौती बन चुका है। शिक्षकों का कहना है कि प्रदेश सरकार ने अपने स्तर से स्वेटर की
खरीदारी के लिए एक बार में पैसा स्वेटर बनाने वाली फर्म को देने का फैसला किया था। नई व्यवस्था के अंतर्गत अध्यापकों ओर प्रबंध समिति को आधा पैसा पहले और आधा पैसा बाद में देने की बात कही गई है। इस व्यवस्था से कोई भी दुकानदार स्वेटर देने के लिए तैयार नहीं है। बेसिक शिक्षा विभाग में अधिकारी निरंतर स्वेटर वितरण के लिए दबाव बना रहे हैं। हालात ये हैं कि जनपद में अभी तक स्वेटर का पैसा नहीं आया है।
शिक्षक बिना पैसे के स्वेटर कैसे वितरित करें। जिलाध्यक्ष देवेंद्र श्रीवास्तव का कहना है कि स्वेटर की गुणवत्ता के लिए जो मानक निर्धारित किए गए हैं उसके अनुरूप किसी भी कंपनी ने उत्पाद बनाए ही नहीं है। नामचीन कंपनियां भी स्वेटर का रंग एवं रोवें न निकलने की कोई गारंटी नहीं दे रहे हैं।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

महत्वपूर्ण सूचना...


बेसिक शिक्षा परिषद के शासनादेश, सूचनाएँ, आदेश निर्देश तथा सभी समाचार एक साथ एक जगह...
सादर नमस्कार साथियों, सभी पाठकगण ध्यान दें इस ब्लॉग साईट पर मौजूद समस्त सामग्री Google Search, सोशल नेटवर्किंग साइट्स (व्हा्ट्सऐप, टेलीग्राम एवं फेसबुक) से भी लिया गया है। किसी भी खबर की पुष्टि के लिए आप स्वयं अपने मत का उपयोग करते हुए खबर की पुष्टि करें, उसकी पुरी जिम्मेदारी आपकी होगी। इस ब्लाग पर सम्बन्धित सामग्री की किसी भी ख़बर एवं जानकारी के तथ्य में किसी भी तरह की गड़बड़ी एवं समस्या पाए जाने पर ब्लाग एडमिन /लेखक कहीं से भी दोषी अथवा जिम्मेदार नहीं होंगे, सादर धन्यवाद।