महराजगंज : विद्यालयों में नहीं गठित हो सका तंबाकू नियंत्रण प्रकोष्ठ
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महराजगंज : जिले में माध्यमिक व उच्च शिक्षण संस्थानों में तंबाकू नियंत्रण प्रकोष्ठ का गठन न होने से स्वच्छ व स्वस्थ समाज की स्थापना पर ग्रहण लगा हुआ है। शासन की मंशा थी कि विद्यालयों में नशाखोरी से होने वाले गंभीर बीमारियों से युवा पीढ़ी को बचाने के लिए शिक्षण संस्थानों में संगोष्ठी आयोजित कर विद्यार्थियों व शिक्षकों को जानकारी दी जाए, मगर अभी तक इस दिशा में कोई सफलता नहीं मिल सकी है। शासन की मंशा थी कि विद्यालय परिसर के 100 मीटर परिधि में नशाखोरी पूर्णतया प्रतिबंधित करने व विद्यार्थियों को नशाखोरी से बचाने की पहल की जाए तथा स्वच्छ व स्वस्थ समाज की स्थापना कराई जाए। सभी जिलों के डीआइओएस को पत्र भेजकर माध्यमिक व उच्च स्तर के विद्यालयों में प्रकोष्ठ गठित करने व छात्र-छात्राओं को इसके हानि से बचाने की मंशा जताई गई थी। माध्यमिक शिक्षा विभाग ने जिले में संचालित शासकीय, अशासकीय सहायता प्राप्त, वित्तविहीन मान्यता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों, संस्कृत विद्यालयों, मदरसों, महाविद्यालयों एवं अन्य शिक्षण संस्थानों में तंबाकू नियंत्रण प्रकोष्ठ के स्थापित कराने के लिए विद्यालयों के जिम्मेदारों को निर्देशित किया था। विद्यालयों में अब तक तंबाकू नियंत्रण प्रकोष्ठ के गठन न होने से शासन की मंशा मूर्त रूप लेती नहीं दिख रही है।
जिले में संचालित हो रहे शिक्षण संस्थानों ने यदि विभाग के निर्देश का अनुपालन सुनिश्चित कराया तो पूरे जिले में लगभग 600 तंबाकू नियंत्रण प्रकोष्ठ गठित होंगे। माध्यमिक शिक्षा विभाग द्वारा उपलब्ध कराए गए आंकड़ों के मुताबिक जिले में वर्तमान समय में कुल 61 महाविद्यालय, 186 इंटर कालेज तथा 19 संस्कृत विद्यालय संचालित हैं। अल्पसंख्यक कल्याण विभाग के मुताबिक कुल 289 मदरसे संचालित हैं। इसके अतिरिक्त लगभग 40 से अधिक अन्य शिक्षण संस्थाएं भी संचालित हैं।
जिला विद्यालय निरीक्षक अशोक कुमार ¨सह ने कहा कि शिक्षण संस्थानों के जिम्मेदारों द्वारा तंबाकू नियंत्रण प्रकोष्ठ का गठन न किया जाना दुर्भाग्यपूर्ण है। जिम्मेदार विद्यालय में प्रकोष्ठ स्थापित कर उसके उद्देश्य को सार्थक बनाएं।