बुलन्दशहर : संवेदनहीनता दिखाने पर छह शिक्षक निलंबित, दो शिक्षा मित्रों को नोटिस दिया गया
सिकंदराबाद (बुलंदशहर): कक्षा एक की छात्रा से सामूहिक दुष्कर्म के प्रयास के मामले में छह शिक्षकों को निलंबित कर दिया गया। दो शिक्षा मित्रों को नोटिस दिया गया है। घटना सामने आने के बाद स्कूल स्टाफ की संवेदनहीनता सामने आई है। न सिर्फ घटना को दबाने की कोशिश की बल्कि पीड़ित परिजनों के साथ अभद्रता भी की थी।
कोतवाली क्षेत्र के एक गांव निवासी ग्रामीण ने गुरुवार को पुलिस को दी तहरीर में बताया था कि उसकी पांच साल की बेटी गांव के प्राथमिक विद्यालय में कक्षा एक में पढ़ती है। बुधवार को लंच के समय छात्रा को इसी परिसर में चलने वाले उच्च प्राथमिक विद्यालय के कक्षा सात के तीन छात्र बहला-फुसलाकर समीप के ईख के खेत में ले गए थे। आरोप है कि तीनों ने मासूम से दुष्कर्म का प्रयास किया। छात्रा के चीखने चिल्लाने और रोने पर उसकी पिटाई कर आरोपी भागकर विद्यालय पहुंच गए। इसके बाद छात्रा ने विद्यालय पहुंचकर वहां मौजूद शिक्षा मित्र को घटना की जानकारी दी, लेकिन उसने डरा-धमकाकर चुप करा दिया। घर पहुंचने पर छात्रा ने परिजनों को घटना की जानकारी दी। गुरुवार को परिजन विद्यालय पहुंचे और वहां मौजूद शिक्षकों से शिकायत की। शिकायत सुनने के बजाय उनके साथ अभद्रता करते हुए भगा दिया गया। पीड़ित की शिकायत पर कोतवाली पुलिस और खंड शिक्षा अधिकारी महेशचंद पटेल ने छानबीन की। जांच में दोनों विद्यालयों के स्टाफ की घोर लापरवाही सामने आई है। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अजीत ¨सह ने बताया कि उच्च प्राथमिक विद्यालय की सहायक अध्यापिका सोनिका चौधरी, सुधा वर्मा, अंबिका त्यागी, गुंजन रानी शर्मा, बीना व सहायक अध्यापक सीताराम को निलंबित कर दिया गया है। प्राथमिक विद्यालय के दो शिक्षा मित्रों को नोटिस दिया गया है। दोनों विद्यालयों के प्रधानाध्यापक घटना के समय बीआरसी सलेमपुर कायस्थ में मी¨टग में मौजूद थे, इसलिए उन पर कार्रवाई नहीं की गई।
पुलिस ने दर्ज नहीं की रिपोर्ट
घटना के दो दिन बीतने के बाद भी पुलिस ने मुकदमा दर्ज नहीं किया। कोतवाली प्रभारी गिरीश कुमार कोटिया का कहना है कि तहरीर में आरोपियों के नाम व कक्षा नहीं खोले गए हैं। पीड़ित परिवार आरोपी छात्रों के बजाए शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई करने पर अधिक जोर दे रहा था। अगर पीड़ित रिपोर्ट दर्ज कराना चाहते हैं तो रिपोर्ट दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी।
विद्यालय में नहीं है बाउंड्री वाल
सिकंदराबाद क्षेत्र में जिस प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालय में मासूम छात्रा से दुष्कर्म के प्रयास का मामला सामने आया है, उस विद्यालय में बाउंड्री तक नहीं है। बाउंड्री वाल न होने के कारण बच्चे असुरक्षित हैं और इसी का फायदा उठाकर जूनियर स्कूल के छात्र कक्षा एक की मासूम छात्रा को आसानी से बहला-फुसलाकर ले गए थे।