उन्नाव : डीएम लेंगे बेसिक शिक्षा की 'परीक्षा', सर्व शिक्षा अभियान के तहत परिषदीय स्कूलों के बच्चों की पढ़ाई को डीएम अपनी 'परीक्षा' में परखेंगे।
जागरण संवाददाता, उन्नाव : सर्व शिक्षा अभियान के तहत परिषदीय स्कूलों के बच्चों की पढ़ाई को डीएम अपनी 'परीक्षा' में परखेंगे। इसके लिए मॉडल पेपर तैयार किए जाने के आदेश बीईओ को हुए हैं। प्रश्न पत्र का स्तर एक कक्षा नीचे होगा। यानी, कक्षा तीन के परीक्षार्थी से कक्षा दो के सवाल पूछे जाएंगे। इससे उनका शैक्षिक मूल्यांकन आसानी से हो सकेगा। परीक्षा 45 मिनट की होगी।
शिक्षा को गतिशील एवं पारदर्शी बनाए जाने के उद्देश्य से डीएम रवि कुमार एनजी ने शनिवार को पन्नालाल हाल में प्रभारी बीएसए और बीईओ के साथ समीक्षा बैठक की। डीएम ने समस्त शिक्षाधिकारियों को स्पष्ट आदेश दिए हैं कि वह बच्चों के साथ पूरी ईमानदारी से पठन-पाठन का कार्य सुनिश्चित करें। रोस्टर बनाकर स्कूलों की सेहत को जांचने का कार्य किया जाए। बच्चों को क्या पढ़ाया जा रहा है, इसकी रिपोर्ट बनाई जाए। प्रत्येक ब्लाक के बीईओ को एक-एक कस्तूरबा और दो-दो परिषदीय स्कूल गोद लेने के आदेश हुए हैं। यही नहीं, डीएम ने बच्चों की बेसिक शिक्षा को परखने के लिए 45 मिनट की परीक्षा कराए जाने के आदेश किए हैं। इसमें कक्षा तीन, चार, पांच व आठ के बच्चे शामिल होंगे। बीईओ और एबीआरसी को एक सप्ताह में परीक्षा प्रश्न पत्र तैयार करना है। ¨हदी, गणित, अंग्रेजी और सामान्य ज्ञान विषय की परीक्षा होगी। प्राथमिक में जूनियर और उच्च में प्राइमरी के शिक्षकों की ड्यूटी लगाई जाएगी। तैयारियों की रिपोर्ट शनिवार तक प्रभारी बीएसए नसरीन फारूकी से मांगी गई है। 26 जनवरी के बाद परीक्षा तिथि घोषित होगी। इस दौरान डीएम ने एसडीएम हसनगंज मनीष बंसल और सदर एसडीएम मेधा रूपम को शिक्षा की गुणवत्ता के संबंध में रूपरेखा एक सप्ताह में तैयार करने के निर्देश दिए हैं।
बीईओ को लिया निशाने पर
विद्यालयों में होने वाली व्यवहारिक कठिनाइयों पर ध्यान न दिए जाने के मसले पर डीएम ने बीईओ को निशाने पर लिया है। उन्होंने आदेश किए कि बीईओ अपने-अपने क्षेत्रों के विद्यालयों में शिक्षक से लेकर समस्त स्टाफ से उनकी दुश्वारियां पूछेंगे और उसे दूर करें। बच्चों को दोपहर का भोजन मिल रहा है या नहीं इसे भी सुनिश्चित करेंगे।