लखनऊ : शिक्षकों की घर वापसी की उम्मीद को झटका, जनपद के भीतर एक से दूसरे विद्यालय में स्थानांतरण की प्रक्रिया भी बीच में रोकी जा चुकी
इलाहाबाद ब्यूरो । अंतर जनपदीय तबादले के तहत घर वापसी या आसपास के जिलों में लौटने की उम्मीद लगाए बैठे परिषदीय विद्यालयों के सहायक अध्यापकों को बेसिक शिक्षा परिषद ने बड़ा झटका दिया है। परिषद ने स्थानांतरण के लिए तीन फरवरी से प्रस्तावित काउंसलिंग की प्रक्रिया को स्थगित कर दिया है। इस संबंध में सचिव बेसिक शिक्षा परिषद ने मंगलवार को आदेश जारी कर दिया। इसके पहले जनपद के भीतर एक से दूसरे विद्यालय में स्थानांतरण की प्रक्रिया भी बीच में रोकी जा चुकी है।
सहायक अध्यापकों के अंतर जनपदीय तबादले के लिए ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया 16 जनवरी से शुरू हुई। इसके लिए 29 जनवरी तक आवेदन मांगे गए थे। इस बीच प्रदेशभर से 10 हजार से अधिक शिक्षकों ने तीन-जिलों के विकल्प के साथ आवेदन किए। इन शिक्षकों की काउंसलिंग/ऑनलाइन सत्यापन की प्रक्रिया तीन फरवरी से शुरू होनी थी। आवेदन करने वाले वालों में बड़ी संख्या ऐसे शिक्षकों की है जो अपने गृह जनपद या आसपास के जिलों में तैनाती चाहते हैं। लंबे समय से घर-परिवार से दूर यह शिक्षक वापसी की आस लगाए बैठे थे, लेकिन उनकी उम्मीदों पर पानी फिर गया।
ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया पूरी होने के अगले ही दिन मंगलवार को सचिव संजय सिन्हा ने तीन फरवरी से शुरू हो रही काउंसलिंग/ऑनलाइन सत्यापन की प्रक्रिया अपरिहार्य कारणों से अगली तिथि तक स्थगित करने का आदेश जारी कर दिया। माना जा रहा है कि इस मामले में हाईकोर्ट में पूर्व से दाखिल याचिका के कारण अंतर जनपदीय तबादले की प्रक्रिया रोकी गई है। पिछले वर्ष जनपद के भीतर एक से दूसरे विद्यालय में स्थानांतरण के लिए भी आवेदन मांगे गए थे, लेकिन वह भी पूरी नहीं हो सकी। इस मामले में भी हाईकोर्ट में याचिका दाखिल है।