सीतापुर : शिक्षक की होगी मजिस्ट्रेट जांच, डीएम की अनुमति के बाद बीएसए ने एसडीएम बिसवां अतुल प्रकाश श्रीवास्तव की अध्यक्षता में गठित समिति में बीईओ पहला पुष्पेंद्र जैन व बीईओ महमूदाबाद राम किशोर को बतौर सदस्य रखा
सीतापुर : बिसवां ब्लॉक के कई विद्यालयों में बतौर इंचार्ज प्रधानाध्यापक रहे मनोज वर्मा के कारनामों की जांच मजिस्ट्रेट स्तर से कराई जाएगी। डीएम की अनुमति के बाद बीएसए ने एसडीएम बिसवां अतुल प्रकाश श्रीवास्तव की अध्यक्षता में गठित समिति में बीईओ पहला पुष्पेंद्र जैन व बीईओ महमूदाबाद राम किशोर को बतौर सदस्य रखा है। बीएसए अजय कुमार ने समिति से प्रकरणों की स्थलीय जांच कर संयुक्त जांच आख्या कार्रवाई सहित देने को कहा है। जिससे समिति द्वारा जांच में दोषी पाए जाने पर संबंधित के विरुद्ध कार्रवाई की जा सके।
उल्लेखनीय है कि शिक्षक मनोज वर्मा एक साथ में कई विद्यालयों के इंचार्ज प्रधानाध्यापक अनियमित तरीके से रहे। शिक्षक ने बाउंड्रीवाल निर्माण की लगभग दो लाख रुपये की धनराशि वर्ष 2012 व 13 में आहरित कर ली थी, लेकिन बाउंड्रीवाल का निर्माण नहीं कराया था। दैनिक जागरण ने इस प्रकरण को सार्वजनिक किया जिसके बाद नवंबर 2016 में बाउंड्रीवाल का निर्माण कराया गया। इतना ही नहीं जिस उच्च प्राथमिक विद्यालय स्योढ़ा के प्रधानाध्यापक रहे। वहां ग्राम शिक्षा निधि के अवैध रूप से दो खाते संचालित किए जाते मिले हैं। कई विद्यालयों में एसएमसी के खाते नामांकित बच्चों से अधिक ड्रेस की धनराशि आहरित कर ली। इन विद्यालयों में धनराशि आहरित करने का रजिस्टर भी नहीं बनाया। इसके बाद भी रजिस्टर का आडिट होता रहा। बन्नी खरौला के संकुल प्रभारी रहते हुए पूर्व में पड़ी धनराशि का आहरण कर लिया था। प्राथमिक विद्यालय बन्नी खरौला के एसएमसी अध्यक्ष के फर्जी हस्ताक्षर करके रखरखाव, ड्रेस व रंगाई-पोताई की धनराशि निकाल ली। इन सभी मामलों की जांच के आदेश बीएसए ने समिति को दिए हैं।