गोण्डा : यूपी बोर्ड परीक्षा में भीतर सीसीटीवी व बाहर होगी एसटीएफ की नजर
गोंडा। पिछले वर्ष जिले के चुनावी दौरे पर आए देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जिले को नकल की मंडी बताए जाने वाले पीएम के बयान को शासन ने गंभीरता से लिया है। शासन ने जिले को नकल की दृष्टि से बेहद संवेदनशील माना है और बोर्ड परीक्षा के दौरान जिले में एसटीएफ लगाने का फैसला किया है। बीते दिनों हुई वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में उपमुख्यमंत्री व प्रमुख सचिव माध्यमिक शिक्षा ने जिले में परीक्षा के दौरान जिले की पुलिस के साथ-साथ एसटीएफ की टीम लगाने के संकेत दिए हैं। परीक्षा कक्ष के भीतर इस बार परीक्षा में नकल रोकने के लिए सीसीटीवी तो परीक्षा केंद्र के बाहर एसटीएफ की टीम बेहद गोपनीय तरीके से नकल माफिया की हरकत पर नजर रखेगी। इस फैसले ने बोर्ड परीक्षा में नकल का कारोबार चलाने वाले नकल माफिया की नींद उड़ा दी है।
बोर्ड परीक्षा में नकल को लेकर जिला पूरे प्रदेश में बदनाम रहा है। पिछले वर्ष विधानसभा चुनाव के दौरान जिले में चुनावी सभा को संबोधित करने आए देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जिले को नकल की मंडी बताया था। उस समय सूबे में सपा की सरकार थी, इसके बावजूद तत्कालीन जिलाधिकारी आशुतोष निरंजन ने नकल माफिया पर शिकंजा कसने का प्रयास किया था। इस बार सरकार भाजपा की है और बीजेपी की शासन वाली प्रदेश सरकार ने पीएम के बयान बेहद गंभीरता से लिया है। शासन ने जिले को नकल की दृष्टि से बेहद संवेदनशील माना है। इसलिए जिले को नकल माफिया के चंगुल से मुक्त कराने के लिए इस बार ऊंचे स्तर पर जिले की निगरानी की जा रही है। अफसरों व नकल माफिया के गठजोड़ को तोड़ने के लिए शासन ने इस बार जिले में बोर्ड परीक्षा एसटीएफ की निगरानी में कराने का फैसला किया है। पिछले दिनों माध्यमिक शिक्षा विभाग की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में सूबे के उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा व प्रमुख सचिव माध्यमिक शिक्षा संजय अग्रवाल ने इस बात के संकेत भी दिए हैं। प्रमुख सचिव माध्यमिक ने अफसरों से कहा कि है कि विभागीय लोग शांतिपूर्ण ढंग से भीतर के माहौल को नकल मुक्त बनाएं। बाहर की व्यवस्था इस बार शासन स्तर से की जाएगी। बोर्ड परीक्षा में एसटीएफ लगाने के फैसले की जानकारी ने नकल माफिया की नींद उड़ा दी है। प्रभारी जिला विद्यालय निरीक्षक सीबी सिंह ने बताया कि उप मुख्यमंत्री व प्रमुख सचिव ने बोर्ड परीक्षा में एसटीएफ लगाने के संकेत दिए हैं।
कक्ष निरीक्षक बनने वाले शिक्षकों का रखना होगा ब्योरा
परीक्षा के दौरान कक्ष निरीक्षक बनाए जाने वाले अध्यापकों का पूरा विवरण परीक्षा केंद्र के केंद्र व्यवस्थापक को रखना होगा। जिसमें स्थायी निवास का पता, मोबाइल नंबर, आधार कार्ड, स्नातक तृतीय वर्ष के विषय एवं परास्नातक के विषय तथा विद्यालय में पढ़ाए जाने वाले विषय व ट्रेनिंग प्रमाण पत्र परीक्षा के पहले ही स्कूलों में जमा करवाने व उसे एक रजिस्टर पर अंकित करने का निर्देश डीआईओएस ने प्रधानाचार्यों को दिया है। डीआईओएस ने बताया कि इससे फर्जी कक्ष निरीक्षकों पर रोक लगाई जा सकेगी। इस रजिस्टर को परिचय पत्र बनवाते समय विभाग में जमा करना होगा।
स्कूलों में 20 तक हर हाल में लगवाएं सीसीटीवी कैमरे
गोंडा। बोर्ड परीक्षा की तैयारियों को लेकर गुरुवार को प्रभारी जिला विद्यालय निरीक्षक ने जिले के वित्तविहीन स्कूलों के प्रधानाचार्यों के साथ बैठक की। शहर के शहीदे आजम सरदार भगत सिंह इंटर कॉलेज में आयोजित बैठक में प्रभारी जिला विद्यालय निरीक्षक सीबी सिंह ने बोर्ड परीक्षा की तैयारियों को दुरुस्त रखने के निर्देश देते हुए कहा कि सभी स्कूलों के प्रधानाचार्य अपने स्कूलों में छात्र-छात्राओं को बैठने के लिए फर्नीचर का उचित प्रबंध कर लें। इसके साथ ही उन्होंने विद्यालय में साफ-सफाई, शौचालय व स्वच्छ पेयजल का विशेष ध्यान रखने के निर्देश दिए हैं। डीआईओएस ने कहा कि बिजली के अलावा स्कूलों में जेनरेटर की सुविधा भी होनी चाहिए। स्कूल में अगर सीसीटीवी कैमरा नहीं लगा है तो 20 जनवरी तक हर हाल में कैमरे लगवा लें। 20 जनवरी के बाद देवीपाटन मंडल के आयुक्त स्कूलों में सीसीटीवी की जांच करेंगे।