AGITATION, TRAINEE TEACHERS, BASIC SHIKSHA NEWS : परिषदीय प्राथमिक स्कूलों में सहायक अध्यापक पद पर मौलिक नियुक्ति को आमरण अनशन पर अड़े प्रशिक्षु शिक्षक
हिन्दुस्तान टीम, इलाहाबाद । परिषदीय प्राथमिक स्कूलों में सहायक अध्यापक पद पर मौलिक नियुक्ति की मांग को लेकर प्रशिक्षु शिक्षकों का आमरण अनशन शिक्षा निदेशालय में शनिवार को तीसरे दिन भी जारी रहा। आमरण अनशन कर रहे प्रशिक्षु शिक्षक भोजराज सिंह और रामसजीवन विश्वकर्मा ने कहा कि जब तक मागें मानी नहीं जातीं वे अनशनस्थल से नहीं हटेंगे।
72825 प्रशिक्षु शिक्षक चयन 2011 के तहत 2016 में चयनित नौवें बैच के 28 जनपदों के 803 प्रशिक्षु शिक्षक अपना छह महीने का प्रशिक्षण पूरा करते हुए परीक्षा नियामक प्राधिकारी की ओर से आयोजित प्रशिक्षु शिक्षक की लिखित परीक्षा पास कर चुके हैं। इसका परिणाम 30 अक्तूबर को घोषित किया जा चुका है।
नियमानुसार रिजल्ट घोषित होने के एक माह के अन्दर प्रशिक्षु शिक्षकों की सहायक अध्यापक के पद पर नियुक्त होनी चाहिए थी लेकिन पांच महीने के बाद भी प्रशिक्षु शिक्षक मौलिक नियुक्ति से वंचित हैं।
इलाहाबाद : बेमियादी अनशन की राह पर प्रतियोगी और प्रशिक्षु, चयन बोर्ड के पुनर्गठन न होने से गणतंत्र दिवस पर अनशन शुरू , प्रशिक्षु शिक्षक मौलिक नियुक्ति न मिलने से खफा
राज्य ब्यूरो, इलाहाबाद । नौकरी पाने व नियमों में बदलाव को लेकर प्रतियोगियों का आंदोलन पूरे उफान पर है। शहर भर में जगह-जगह बेमियादी आंदोलन व प्रदर्शन का सिलसिला जारी है। चयन बोर्ड कार्यालय के सामने गणतंत्र दिवस के मौके पर शुरू हुआ अनशन दूसरे भी चलता रहा, वहीं बेसिक शिक्षा परिषद मुख्यालय पर प्रशिक्षु शिक्षक मौलिक नियुक्ति के लिए अनशन पर तीसरे भी डटे रहे। बालसन चौराहे पर पुलिस भर्ती व आयोगों की बहाली का मुद्दा शनिवार को भी गूंजा तो हाईकोर्ट के अंबेडकर चौराहे पर आंदोलनकारियों ने तिरंगा यात्र निकाली।
शिक्षा निदेशालय पर बैठे प्रशिक्षु शिक्षक भोजराज सिंह और रामसजीवन विश्वकर्मा ने बताया कि उन लोगों ने अक्टूबर, 2016 में भी अनशन किया था। मौलिक नियुक्ति जल्दी ही मिलने के आश्वासन पर अनशन तोड़ दिया था लेकिन, तीन महीने बीत जाने के बाद भी अनसुनी जारी है। गणतंत्र दिवस पर भी उन्हें न्याय मिला। बोले, इस बार खोखले वादे पर हटेंगे नहीं, जब तक नियुक्ति नहीं मिलती तब तक अनशन पर बैठे रहेंगे।
उधर, माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड पर बेमियादी अनशन कर रहे प्रतियोगियों के समर्थन में भारी भीड़ उमड़ी। मोर्चा संयोजक विक्की खान ने कहा कि प्रदेश सरकार की उदासीनता के कारण प्रतियोगी छात्रों को अनशन के लिए बाध्य होना पड़ रहा है। उन्होंने सभी प्रतियोगी छात्रों से अनशन स्थल पर अधिक संख्या में पहुंचने की अपील की है। मोर्चा कोर कमेटी के अध्यक्ष अनिल कुमार पाल ने बताया कि गणतंत्र दिवस पर ध्वजारोहण करने के बाद बेमियादी अनशन शुरू हुआ, जो अब भी जारी है।
बालसन चौराहे पर रोजगार संघर्ष मोर्चा का क्रमिक अनशन 23वें दिन भी जारी रहा। इसमें पुलिस भर्ती 2018 के मुद्दे पर प्रतियोगियों और भर्ती के इच्छुक युवाओं ने कहा कि 2015-16 के पुलिस भर्ती मेरिट के समस्त उन युवाओं को मौका दिया जाए जो अधिकतम उम्र सीमा पार कर चुके हैं। वहीं अन्य प्रतियोगियों ने चयन बोर्ड तथा आयोगों की बहाली कर परीक्षाएं व नियुक्तियां जल्द शुरू करने की सरकार से मांग की। यहां अविनाश विद्यार्थी, ऋत्विक उपाध्याय, ठाकुर विष्णु कुमार, मारुति मानव, अरविंद सरोज शामिल रहे। 1हाईकोर्ट के समीप क्रमिक अनशन पर बैठे न्यायिक सेवा परीक्षा के प्रतियोगियों ने 26 जनवरी को तिरंगा मार्च निकाली। सभी डा. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा से तिरंगा जुलूस में शामिल होकर शहीद चंद्रशेखर आजाद पार्क पहुंचे। इस अवसर पर रामकरन निर्मल, आशीष पटेल, नीरज गोस्वामी, देवेंद्र प्रताप सिंह, पुष्पेंद्र आदि शामिल रहे।