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अमरोहा : गुरुजी बन प्रधान ने चमकाया शिक्षा का आंगन, प्राइमरी व जूनियर स्कूल को न सिर्फ भव्य और सुंदर बना दिया बल्कि दोनों स्कूलों में वह प्रतिदिन एक-एक घंटे गणित की भी लेते हैं क्लास ।

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अमरोहा : गुरुजी बन प्रधान ने चमकाया शिक्षा का आंगन, प्राइमरी व जूनियर स्कूल को न सिर्फ भव्य और सुंदर बना दिया बल्कि दोनों स्कूलों में वह प्रतिदिन एक-एक घंटे गणित की भी लेते हैं क्लास

हसनपुर : चुनाव जीतने के बाद अक्सर विकास न कराने के आरोप झेलने वाले ग्राम प्रधानों के लिए गांव पतेई भूड़ के ग्राम प्रधान वीर ¨सह नजीर बनकर उभरे हैं। उन्होंने अपने प्रयासों से गांव स्थित प्राइमरी व जूनियर स्कूल को न सिर्फ भव्य और सुंदर बना दिया बल्कि दोनों स्कूलों में वह प्रतिदिन एक-एक घंटे गणित की क्लास भी लेते हैं।

विकास खंड हसनपुर की ग्राम पंचायत पतेई भूड़ के प्रधान वीर ¨सह ने अपने निजी धन से परिषदीय स्कूल का सुंदरीकरण कराकर न केवल उसे जनपद का मॉडल स्कूल बना दिया बल्कि निस्वार्थ भाव से प्रतिदिन स्कूल पहुंचकर बच्चों को गणित पढ़ाते हैं। गणित से एमएससी वीर ¨सह ने वर्ष 1923 में गांव में स्थापित हुए प्राथमिक विद्यालय की तस्वीर बदल डाली है। अपने निजी कोष से विद्यालय में व्यवस्थित ढंग से पेड़- पौधे लगाने के साथ ही रंगाई-पुताई कराकर वॉल पे¨टग व समाज को संदेश देने वाले स्लोगन लिखवाए हैं। विद्यालय में सीसीटीवी कैमरे एवं वाई-फाई सुविधा शुरू कराकर विद्यालय को देश-दुनिया से जोड़ दिया है। वह घर बैठे पता लगा लेते हैं कि स्कूल में क्या हो रहा है। इंवर्टर, सबमर्शिबल व पंखे भी उन्होंने अपने पास से लगवाए हैं। बच्चों को बैठने के लिए फर्नीचर तैयार कराया जा रहा है।

इतना ही नहीं प्रधान ने शिक्षकों के साथ घर-घर घूमकर स्कूल में 45 बच्चों की संख्या बढ़ाकर जूनियर में 100 तथा प्राइमरी में 65 पर पहुंचा दी है। इस विद्यालय में पहुंचकर खुद ही अहसास हो जाता है कि यह वास्तव में मॉडल स्कूल है। विभाग द्वारा इस मॉडल स्कूल को कम्प्यूटर भी उपलब्ध करा दिए गए हैं। अब अधिकारी इस विद्यालय को इंगलिश मीडियम स्कूल घोषित करने की तैयारी कर रहे हैं। प्रधान वीर ¨सह का कहना है कि गांव के परिषदीय विद्यालयों का सुंदरीकरण कराने की प्रेरणा उन्हें बडे़ बेटे विशाल से मिली। इंगलिश मीडियम स्कूल से पढ़कर दिल्ली में एमबीबीएस की तैयारी कर रहे विशाल के मन में गरीब बच्चों को अच्छी शिक्षा प्रदान कराने की जिज्ञासा थी। उसने पिता को दूसरी बार ग्राम प्रधान बनन पर गांव के विद्यालय का सुंदरीकरण कराने को प्रेरित किया। इसके बाद स्कूल को सुंदर बनाने के बाद ग्राम प्रधान प्रतिदिन वहां पढ़ाकर गुरुजी भी बन गए हैं।

वीर ¨सह से प्रेरित हो रहे अन्य ग्राम प्रधान

अमरोहा : जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी गौतम प्रसाद ने बताया कि पतेई भूड़ के ग्राम प्रधान वीर ¨सह अन्य ग्राम प्रधानों के प्रेरणास्त्रोत बन गए हैं। उनको देखकर आसपास के स्कूलों में भी कई ग्राम प्रधान सहयोग कर रहे हैं। कुछ स्कूलों में तो वहां के शिक्षक निजी खर्च पर स्कूल का सुंदरीकरण कराने के साथ ही बेहतर शिक्षण व्यवस्था में लगे हैं। बताया कि वीर ¨सह के क्रियाकलापों के आधार पर डीपीआरओ को पत्र भेजकर अन्य प्रधानों को भी शिक्षा के क्षेत्र में इसी तरह प्रेरित करने का अनुरोध किया गया है।

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